धंधे का पुराना खिलाड़ी
आरोपी लक्ष्मीनारायण लंबे अर्से से फर्जी अंकसूची बनाने का धंधा कर रहा है। वीरेन्द्र रावत निवासी आरोन को संविदा शाला शिक्षक बनाने के लिए उसने ही 30 हजार रुपए में मुरार में राजीव गोविला से बीएड की नकली मार्कशीट बनाकर दी थी। दो साल पहले वीरेन्द्र रावत के साथ उसे भी थाटीपुर पुलिस ने पकड़ा था। पूछताछ में लक्ष्मीनारायण ने खुलासा किया था मोहना में त्रिभुवन कॉलेज में प्रिंसिपल है। पत्नी कॉलेज की डायरेक्टर हैं।
एसआई महावीर सिंह के मुताबिक आरोपी लक्ष्मीनारायण के पकड़े जाने पर उससे पूछताछ में पता चलेगा कि कब से इस धंधे को ऑपरेट कर रहा है। अब तक कितने लोग उससे फर्जी अंकसूची बनवा कर नौकरी कर रहे हैं। इस धंधे में उसके साथ कौन लोग शामिल हैं। इसके अलावा सरगना लक्ष्मीनारायण किन छात्रों के नाम से अंकसूचियां बनाकर छात्रवृत्ति का पैसा हड़प चुका है। उम्मीद है कि सरगना के पकड़े जाने पर गोरखधंधे में कई खुलासे हो सकते हैं।