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तीन नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, निजी एंबुलेंस चालक मरीजों को जबरन ले जाते हैं नर्सिंग होम

locationग्वालियरPublished: Aug 23, 2019 11:23:04 am

Submitted by:

Gaurav Sen

यहां मरीजों ने बताया कि उन्हें प्राइवेट एवं 108 एंबुलेंस के चालक कमीशन के लालच में प्राइवेट नर्सिंग होम में ले आते हैं

private nursing home and ambulance driver cheating with patients

तीन नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग का छापा, निजी एंबुलेंस चालक मरीजों को जबरन ले जाते हैं नर्सिंग होम

ग्वालियर. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को शहर के तीन नर्सिंग होम बसंत विहार स्थित शुभम हॉस्पिटल, झांसी रोड स्थित सुपर आयुष्मान हॉस्पिटल और नाका चंद्रबदनी स्थित मां कैलादेवी हॉस्पिटल में छापा मारा। यहां मरीजों ने बताया कि उन्हें प्राइवेट एवं 108 एंबुलेंस के चालक कमीशन के लालच में प्राइवेट नर्सिंग होम में ले आते हैं।

एंबुलेंस चालक 10 मिनट जेएएच में रुककर यहां ले आया

सुपर आयुष्मान हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती मरीज मथुरा प्रसाद निवासी हमीरपुर के भाई काशीराम ने बताया कि हम मरीज को झांसी से प्राइवेट एंबुलेंस से जेएएच में आए, लेकिन वहां 10 मिनट रुकने के बाद एंबुलेंस चालक ने कहा कि रविवार होने के कारण सरकारी अस्पताल में कोई नहीं मिलेगा, हम आपको सस्ते और अच्छे हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले चलते हैं। उसी के कहने पर हमने मरीज को यहां भर्ती कराया है, जब टीम ने एंबुलेंस का नाम और गाड़ी का नंबर पूछा तो वह नहीं बता पाए। वहीं आईसीयू में होम्योपैथी डॉक्टर विक्रांत ड्यूटी करते मिले।

सरकारी डॉक्टर भी आते हैं
शुभम नर्सिंग होम में आईसीयू में 12 मरीज मिले, जिनमें ज्योति कुशवाह निवासी अंबाह, लोकेन्द्र निवासी छतरपुर की केस शीट अधूरी पाई गई। मरीजों का उपचार करने वाले डॉक्टरों के नोट्स नहीं पाए गए। इनके परिजनों ने बताया कि कुछ सरकारी डॉक्टरों द्वारा भी अस्पताल में मरीजों को देखा जा रहा है। इस पर अस्पताल व संबंधित डॉक्टरों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं।


कोई डॉक्टर नहीं मिला
मां कैलादेवी नर्सिंग होम में दो मरीज मिले, लेकिन कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं था। स्टाफ ने बताया कि यहां न्यूनतम दर पर मरीजों का उपचार किया जाता है। टीम द्वारा भर्ती मरीज मोहर सिंह निवासी कैलारस के बारे में पूछने पर स्टाफ ने बताया कि यहां पर सरकारी डॉक्टर इलाज करने आते हैं।

यह हैं दल में
नर्सिंग होम संचालकों पर शिकंजा कसने के लिए कलेक्टर अनुराग चौधरी ने विशेष दल का गठन किया है। गुरुवार को सीएमएचओ के निर्देश पर नोडल अधिकारी नर्सिंग होम डॉ.सचिन श्रीवास्तव, 108 एंबुलेंस के नोडल अधिकारी आईपी निवारिया और नर्सिंग होम के शाखा प्रभारी अखिलेश जैन द्वारा तीन नर्सिंग होम पर कार्रवाई की गई।

एंबुलेंस का रिकॉर्ड रखना होगा

सीएमएचओ डॉ.मृदुल सक्सेना ने बताया कि सभी डॉक्टरों एवं स्टाफ को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में कोई प्राइवेट एंबुलेंस आपके यहां पर मरीज को लाती है तो उनका संपूर्ण रिकॉर्ड पंजी में रखा जाए। अगर भविष्य में ऐसी शिकायत आई तो नर्सिंग होम एक्ट के अंतर्गत कठोर कार्रवाई की जाएगी। अगर 108 एंबुलेंस वाहन चालक उक्त कार्य में लिप्त पाया गया तो नियमानुसार सेवा से बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।

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