scriptतानसेन समारोह 2017 :पं. उल्हास कशालकर तानसेन अलंकरण से सम्मानित | pt ulhas kashalkar awarded by tansen alankaran in tansen samaroh 2017 | Patrika News

तानसेन समारोह 2017 :पं. उल्हास कशालकर तानसेन अलंकरण से सम्मानित

locationग्वालियरPublished: Dec 23, 2017 09:30:48 am

Submitted by:

Gaurav Sen

विश्वविख्यात राष्ट्रीय तानसेन संगीत समारोह में देश के सुविख्यात शास्त्रीय गायक पं.उल्हास कशालकर को तानसेन सम्मान से अलंकृत किया।

tansen samaroh 2017
ग्वालियर। विश्वविख्यात राष्ट्रीय तानसेन संगीत समारोह में देश के सुविख्यात शास्त्रीय गायक पं.उल्हास कशालकर को तानसेन सम्मान से अलंकृत किया। इसके साथ देश की संगीत, नृत्य एवं कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली छह संस्थाओं को राजा मानसिंह तोमर राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने घोषणा की कि राजा मानसिंह संगीत विश्वविद्यालय को तानसेन की जन्मस्थली बेहट में संगीत महाविद्यालय की स्थापना के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। यहां तानसेन के जीवन से संबंधित गैलरी भी स्थापित की जाएगी। पांच दिवसीय तानसेन समारोह की शुरूआत शुक्रवार सुबह पारंपरिक ढंग से हुई। हजीरा स्थित तानसेन समाधि स्थल पर शहनाई वादन, हरिकथा, मिलाद, चादरपोशी और कव्वाली गायन हुआ। समारोह 26 दिसंबर तक किया जाएगा।
नगरीय विकास मंत्री माया सिंह एवं उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने पंडित कशालकर को सम्मान निधि दो लाख रुपए, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। वहीं वर्ष २०११-१२ से वर्ष २०१६-१७ के राजा मानसिंह तोमर राष्ट्रीय सम्मान से जिन छह संस्थाओं को सम्मानित किया उन संस्थाओं के प्रतिनिधियों को एक-एक लाख रुपए की सम्मान निधि एवं शॉल श्रीफल तथा प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इस अवसर पर मंत्री माया सिंह ने कहा कि राजा मानसिंह तोमर राष्ट्रीय सम्मान की स्थापना केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने की है। इस समारोह में पहली बार यह सम्मान प्रदान किए जा रहे हैं।
समारोह में साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, जिला पंचायत अध्यक्ष मनीषा यादव, सभापति राकेश जादौन, संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव, आयुक्त बीएम शर्मा उपस्थित थे। संस्कृति विभाग के संचालक अक्षय कुमार सिंह समारोह की प्रस्तावना रखी। उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी के संचालक पीके झा ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन कला समीक्षक विनय उपाध्याय ने किया।

मेरे लिए तीर्थ है ग्वालियर
ग्वालियर संगीत की गंगोत्री है मेरे लिए तीर्थ स्थल है। महान संगीतकार के नाम से सम्मान पाकर मैं आनंदित हूं।
पं.उल्हास कशालकर

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तानसेन समारोह 2017 :पं. उल्हास कशालकर तानसेन अलंकरण से सम्मानित IMAGE CREDIT: Shashi Bhusan Pandey (gwalior)

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