इसे भी पढ़ें : केरोसिन डालकर महिला को जिंदा जलाया, मौत से पहले सुनाई पूरी कहानी पुजारी शिव गोस्वामी मंदिर में पूजा करने आए थे। उन्होंने देखा कि मंदिर के पास बाइक पर दो युवक चेहरे पर रुमाल बांधकर बैठे हुए हैं। गौर से नजर डाली तो दंग रह गए। बाइक वही थी जिस पर सवार बदमाशों ने 18 दिन पहले 9 जुलाई को इंजीनियर अशोक शर्मा की पत्नी रेखा के गले से झपट्टा मारकर चेन लूटी थी। उस समय लुटेरों को बाइक से भागते देख पुजारी ने पहचान लिया था। बाइक को देखते ही वह डरे नहीं, बल्कि हिम्मत दिखाकर अकेले उनके पास पहुंच गए।
इसे भी पढ़ें : हर रोज लाखों लीटर दूध का निर्यात फिर भी मिलावटी चीजें खा रहे हम, ये है मुख्य वजह पहले बाइक की चाबी निकाली फिर एक बदमाश की गर्दन पकड़ ली। यह देखते ही बाइक पर पीछे बैठा दूसरा साथी भाग निकला। शोर सुनकर पब्लिक भी आ गई और पकड़े गए लुटेरे को मंदिर में बैठा लिया। पहले तो उसकी अच्छे से धुनाई लगाई। फिर पुलिस को फोन लगा दिया। कुछ देर बाद पुलिस आ गई और उस लुटेरे को दबोच ले गई। पकड़े गए लुटेरा अपना नाम अप्पू उर्फ दीपक शर्मा निवासी सबलगढ़ बता रहा है जबकि भाग निकला साथी आकाश निवासी कांच मिल है।
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नंबर प्लेट पर चिपका रखा था टेप
लुटेरे की बाइक पर एमपी 07 एमव्ही 555 नंबर लिखा था। आखिरी का एक अंक कटा हुआ था। इसी बाइक से पन्द्रह दिन पहले भी लूट की वारदात की थी। बाइक की सफेद पट्टी देखकर पुजारी पहचान गए।
नंबर प्लेट पर चिपका रखा था टेप
लुटेरे की बाइक पर एमपी 07 एमव्ही 555 नंबर लिखा था। आखिरी का एक अंक कटा हुआ था। इसी बाइक से पन्द्रह दिन पहले भी लूट की वारदात की थी। बाइक की सफेद पट्टी देखकर पुजारी पहचान गए।
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लुटेरे के पकड़े जाने के बाद कुछ लोग उसके हमदर्द बनकर थाने पहुंच गए। उनमें एक होटल वाला भी था। उनका कहना था यह लुटेरा नहीं है यह तो गांव से पढ़ाई करने आया है। उनकी बाइक मांगकर लेकर गया था। इसको लेकर पुजारी और उनके बीच बहसबाजी भी हुई।
लुटेरे के पकड़े जाने के बाद कुछ लोग उसके हमदर्द बनकर थाने पहुंच गए। उनमें एक होटल वाला भी था। उनका कहना था यह लुटेरा नहीं है यह तो गांव से पढ़ाई करने आया है। उनकी बाइक मांगकर लेकर गया था। इसको लेकर पुजारी और उनके बीच बहसबाजी भी हुई।
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तय कर लिया था पकडऩा है लुटेरे
बाइक पर सफेद पट्टी देखकर मैं पहचान गया कि यह वही लुटेरे हैं जिन्होंने पन्द्रह दिन पहले महिला की चेन लूटी थी। मैंने तय कर लिया इन्हें पकडऩा है। मैं डरा नहीं तुरंत उनके पास पहुंचा और पकड़ लिया, लेकिन एक लुटेरा भाग निकला तब तक और भी लोग आ गए और उस लुटेरे को पुलिस के हवाले कर दिया।
जैसा कि पंडित शिव गोस्वामी ने पत्रिका को बताया
तय कर लिया था पकडऩा है लुटेरे
बाइक पर सफेद पट्टी देखकर मैं पहचान गया कि यह वही लुटेरे हैं जिन्होंने पन्द्रह दिन पहले महिला की चेन लूटी थी। मैंने तय कर लिया इन्हें पकडऩा है। मैं डरा नहीं तुरंत उनके पास पहुंचा और पकड़ लिया, लेकिन एक लुटेरा भाग निकला तब तक और भी लोग आ गए और उस लुटेरे को पुलिस के हवाले कर दिया।
जैसा कि पंडित शिव गोस्वामी ने पत्रिका को बताया
पुजारी का सम्मान किया जाएगा
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरी कम हुई है। पब्लिक जागरुक हो रही है। पुजारी ने बहुत अच्छा काम किया है। इसके लिए उन्हें और उनके मददगार जो भी साथी हैं पुलिस की तरफ से सम्मानित किया जाएगा।
एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरी कम हुई है। पब्लिक जागरुक हो रही है। पुजारी ने बहुत अच्छा काम किया है। इसके लिए उन्हें और उनके मददगार जो भी साथी हैं पुलिस की तरफ से सम्मानित किया जाएगा।