पंजाब सरकार के राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के नेतृत्व में विधायक कुलदीप वैद और हरमिंदर सिंह गिल के साथ ही पटियाला डिविजन के कमिश्नर दीपिंद्र सिंह, लैंड रिकॉर्डस के डायरेक्टर कैप्टन करनैल सिंह और राजस्व कंसलटेंट (रिटायर्ड आफिसर)नरिंदर सिंह टीम में आएंगे। कार्यवाही में भेदभाव किए जाने और सिखों को बेदखल किए जाने के आरोपों का मामला तूल पकडऩे के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा की थी और श्योपुर में टीम भेजने का निर्णय लिया। जिसके तहत पिछले सप्ताह ये टीम गठित की गई, जो अब 21 जनवरी को कराहल आएगी। बताया गया है कि टीम चंडीगढ़ से ग्वालियर आएगी और ग्वालियर से फिर सड़क मार्ग से सेसईपुरा कूनो रिसॉर्ट पहुंचेगी। इसके बाद यहां पीडि़त परिवारों और प्रशासन के अफसरों से चर्चा करेगी। राज्य अतिथि का दर्जा दिए जाने के कारण प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी है।
जांच कमेटी ने दर्ज किए 12 लोगों के बयान
कराहल. अतिक्रमण हटाओ अभियान में सिखों को टारगेट करने और स्वामित्व की जमीन से बेदखल किए जाने सहित अन्य आरोपों की जांच के लिए कलेक्टर द्वारा गठित की गई जिला प्रशासन की कमेटी ने भी शनिवार को कराहल पहुंचकर सिख समाज के 12 लोगों के बयान दर्ज किए। संयुक्त कलेक्टर सुनील राज नायर, प्रभारी तहसीलदार कराहल भरत नायक और नायब तहसीलदार हरिओम पचौरी की टीम ने शनिवार को संबंधितों को नोटिस देकर बुलाया और कराहल तहसील में बयान दर्ज किए। अफसरों ने जिन लोगों के बयान लिए उनमें मोहन सिंह पुत्र नागर जाट सिख कराहल, शिव कुमार पुत्र बालाराम जाट सिख, सुरेंद्र सिंह पुत्र दर्शन सिंह जाट, पर्वत सिंह पुत्र ठाकुर लाल कुशवाह, वीर सिंह पुत्र अजमेर सिंह जाट , पाला राम पुत्र कल्लू राम जाट, नरपत पुत्र प्यारे सिंह जाट, गुलजार पुत्र पीतम जाट शामिल रहे। इस दौरान अफसरों ने इनके द्वारा दिए गए दस्तावेज भी देखे। जांच कमेटी अब अपनी रिपोर्ट सोमवार को कलेक्टर प्रतिभा पाल को सौंपेंगी।