पैसे कमाने के लिए बेच रहा था हथियार
हथियार सौदागर श्याम तिवारी ने पूछताछ में खुलासा किया लॉकडाउन की वजह से पुताई का काम बंद है। गुजर करने के लिए पैसों का टोटा पड़ गया। बड़ा भाई जीतू तिवारी अपराधी है, इन दिनों जेल में बंद है। उसके पास तमाम हथियार हैं। इसलिए प्लान बनाया कि भाई ने जो हथियार जमा किए हैं उन्हें बेचकर पैसा मिला सकता है। जीतू के कनेक्शन कई अपराधियों से हैं। उनसे बात कर हथियारों की डील की थी। सौदा पट गया था तो डिलेवरी देने आया था। यहां पकड़ा गया।
एसटीएफ के मुताबिक लॉकडाउन में अवैध हथियार बनाने वालों ने बड़े स्तर पर पिस्टल, तमंचे की खेप तैयार की है। अनलॉक में उनके एजेंट इसकी डिलेवरी कर रहे हैं। हाल में ग्वालियर एसटीएफ के इनपुट पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया आने वाले चुनाव को देखते हुए भी अवैध हथियारों की डिमांड है।
आरोपी श्याम तिवारी ने एसटीएफ को बताया उसने 15 हजार रुपए में पिस्टल, 5 हजार रुपए में तमंचे और 10 हजार रुपए में अधिया का सौदा किया था। हथियार खरीदार का नाम एसटीएफ ने खुलासा नहीं किया है। एसटीएफ अधिकारियों का कहना है श्याम तिवारी की बात पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता। हथियारों के कारोबार का वह भी पुराना खिलाड़ी हो सकता है। श्याम हामी भर रहा है कि भाई जीतू हथियारों की सप्लाई करता रहा है। श्याम का भी इटावा आना जाना रहा है। आशंका से इंकार नहीं कर सकता कि श्याम तिवारी किसी हथियार बनाने वाले से अवैध हथियारों की खेप लेकर आया हो। पकड़े जाने पर उसने हथियार जेल में बंद भाई के बताकर पल्ला झाड़ रहा है।