बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉ. सतीश सोनी के अनुसार भूमि, भवन तथा अग्नि तत्व के कारक मंगल ग्रह 27 जून को सुबह 5.38 पर मीन राशि को छोड़कर अपनी ही राशि मेष में प्रवेश करेंगे। मेष राशि में पहले से ही मौजूद राहु के होने से मंगल और राहु के कारण दोनों की युति अंगारक योग के रूप में होगी। इसके साथ ही अलग-अलग स्थानों से वृश्चिक राशि पर 9 में से 6 ग्रह की दृष्टि भी पड़ रही है। शनि अपनी दशम दृष्टि वृश्चिक राशि पर डाल रहा है। वही बृहस्पति अपनी नवम दृष्टि डालेंगे एवं मंगल स्वयं अपनी अष्टम दृष्टि वृश्चिक राशि पर डालेंगे। इसी तरह चंद्रमा, बुध और शुक्र अपनी सप्तम दृष्टि वृश्चिक राशि पर डालेंगे। शनि मंगल के नक्षत्र में होंगे वही बृहस्पति शनि के नक्षत्र में होंगे। मंगल केतु के नक्षत्र में, चंद्रमा बुध और शुक्र चंद्रमा के नक्षत्र में होने से वृश्चिक राशि तथा वृश्चिक लग्न वालों के लिए यह समय सोने पर सुहागा होगा। इन्हें बड़ी जिम्मेदारी के साथ अच्छा समय का फल मिलेगा।
अंगारक योग का राशियों पर ये पड़ेगा प्रभाव
मेष: पराक्रम में वृद्धि के साथ सम्मान बढ़ेगा।
वृषभ: शत्रुओं से रहें सावधान
मिथुन: यश और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
कर्क: कार्यक्षेत्र में होगी उन्नति।
सिंह: धार्मिक यात्रा के बनेंगे योग।
कन्या: व्यर्थ के विवादों से बचें।
तुला: व्यापार क्षेत्र से होगा बड़ा लाभ।
वृश्चिक: शत्रु पर मिलेगी। विजय शुभ समय का होगा आरंभ।
धनु: अचानक धन लाभ के बनेंगे योग।
मकर: स्वास्थ्य का रखें ध्यान।
कुंभ: स्थान परिवर्तन के बन रहे हैं योग।
मीन : खर्चों की रहेगी अधिकता।
27 जून को मेष रशि में प्रवेश करेंगे मंगल
अनाजों को लेकर कुछ चिंताजनक आंकड़े आएंगे। उत्पादन कम होगा और खपत ज्यादा होगी। मंगल और राहू का एक साथ होना। मंगल का अपने ही घर में आना साथ में राहू का होना। और उसी दिन 6 ग्रहों की दृष्टि मंगल के घर पर पढ़ना अंगारक योग का निर्माण इस आधार पर जो परिस्थितियां अभी चल रही हैं उसके और बिगड़ने के संकेत हैं। सैन्य कार्रवाई बढ़ेगी, प्राकृतिक आपदाएं आएंगी, धर्म पर आधारित असामाजिक तत्वों के द्वारा सौंदर्य पूर्ण वातावरण को खराब किया जाएगा।