ट्रेंन से आए लोगों की स्क्रीनिंग कराई
शुक्रवार को मुरैना पहुंची ट्रेन को चेन्नई से आना बताया गया है और इनमें सवार लोग ट्रेनों में वेंडर का काम करते थे। एसडीएम आरएस वाकना, डिप्टी कलेक्टर एलके पांडे व आरपीएफ के निरंजन सिह सहित अन्य ने स्पेशल ट्रेंन से आए लोगों की स्क्रीनिंग कराई।
10 बजे राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर रुकी
रेलवे की तरफ से अलसुबह सूचना मिली थी एक ट्रेंन में सवार होकर एक सैकडा लोग मुरैना रेलवे स्टेशन पहुंच रहे हैं इसके बाद अधिकारियों व मोबाइल टीमों को मैसेज भेज का स्टेशन की ओर रवाना कर दिया। तकरीरबन 10 बजे राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर रुकी तो उनमें से करीब 100 लोग उतरे।
104 और 181 पर कॉल कर सकते हैं
मोबाइल टीम ने कुछ लोगों का प्लेटफार्म पर ही परीक्षण किया तो कुछ लोगों का चेकअप टिकट बुकिंग काउंटर के सामने हाल में किया। इसके बाद सभी को भोजन कराया गया मौजूद सरकारी अमले ने वहां लोगों का रजिस्ट्रेशन भी किया इस दौरान दो यात्री बसें वहां पहुंच गई, जिनमें लोगों को बिठाकर उनके गांव की तरफ भेजा गया।आप को बता दे कि देश के विभिन्न वापस लोगों के लिए शासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया हैं आप 104 और 181 पर कॉल कर सकते हैं यहां से लाने की व्यवस्था की जा सकती है
आईआरसीटीसी के वेंडर है अधिकांश
चेन्नई से चलकर हजरत निजामुद्दीन की ओर जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस से यहां पहुंचे लोगों में अधिकांश आईआरसीटीसी के वेंडर है विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर अथवा ट्रेनों की पेंट्री कार में काम करते हैं लोग जहां फंसे थे वहां से ट्रेन में सवार हुए मुरैना के लिए या अन्य स्थानों में सवार होकर आए हैं।
पहचान के लिए उंगली पर अमिट स्याही
जो लोग बाहर से यहां आकर स्कैनिंग प्रक्रिया से गुजर रहे हैं उनकी अलग पहचान की गई है। चुनाव मतदान के दौरान लगने वालीअमिट स्याही उनकी उंगली पर लगाई जा रही है। होम क्वारंटाइन वालों के हाथों में सील लगाई जा रही है।
200 लोग आए थे गुरुवार को
देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे 203 लोग गुरुवार को मालगाड़ी से बैठकर झांसी पहुंचे थे। इनके बाद कमिश्नर रेनू तिवारी ने संभाग के सभी कलेक्टर से समन्वय कर स्पेशल ट्रेंन से ग्वालियर बुलाया और फिर लोगों को उनके उनके घर भेजा गया।