खास बात यह है कि किसी तरह की अनहोनी न हो सके। इसके लिए सिंध नदी में 60 गोताखोर तैनात रहेंगे। इतना ही नहीं ग्वालियर से सात अश्वारोही दल के सदस्य मय घोड़ों के रहेंगे। ये उन स्थानों पर निगरानी करेंगे जहां वाहन नहीं पहुंच सकते। यहां तक कि डीआईजी,कलेक्टर एसपी तक रतनगढ़ में ही मेला खत्म होने तक कैंप करेंगे। हर साल की तरह इस बार भी रतनगढ़ का लक्खी मेला भाई दूज पर ९ नवंबर शुरू होगा। इसके लिए जिला व पुलिस प्रशासन ने खास तैयारी की गई हैं।
व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस की ओर से डीआईजी सुधीर वी लॉर्ड को सुरक्षा की दृष्टि से प्रभारी बनाया गया है। जबकि प्रशासन ने सीईओ जिला पंचायत डॉ आशीष भार्गव को बनाया गया है। इस व्यवस्था में जिला प्रशासन की ओर से तो अधिकारी-कर्मचारी रहेंगे जबकि पुलिस की ओर से एसपी, एएसपी व 16 डीएसपी समेत जिला बल से आठ सौ अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहेंगे। जबकि 120 होमगार्ड सेनिक रहेंगे इनमें से 6 0 गोताखोर होंगे। ग्वालियर से आए सात घुड़सवार दुर्गम स्थानों पर जाकर निगरानी करेंगे। मेले का महत्व इसलिए ज्यादा है कि यहां सर्पदंश से पीडि़तों के बंध खोले जाते हैं और उनका जहर उतर जाता है।
बनाए हैं 40 सेक्टर
जिला प्रशासन ने मेले की व्यवस्थाओं को देखते हुए 40 सेक्टर बनाए हैं। मेला प्रभारी के अलावा एक सहायक मेला प्रभारी, चार जोनल प्रभारी, आदि तैनात रहेंगे। मेले पर नजर रखने के लिए 3६ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं पुलिस व्यवस्था के तहत पुलिस की एक वैन लगातार मेले में दौड़ेगी। उसमें भी कैमरे लगे हैं। यह देखेगी कि कहीं कुछ गड़बड़ी तो नहीं हो रही । व्यवस्थाओं के लिए गुरुवार को ही डीआईजी, कलेक्टर ,एसपी समेत अन्य अधिकारी मेले के समापन तक रतनगढ़ परिसर में ही कैंप करेंगे ताकि व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें।
जिला प्रशासन ने मेले की व्यवस्थाओं को देखते हुए 40 सेक्टर बनाए हैं। मेला प्रभारी के अलावा एक सहायक मेला प्रभारी, चार जोनल प्रभारी, आदि तैनात रहेंगे। मेले पर नजर रखने के लिए 3६ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं पुलिस व्यवस्था के तहत पुलिस की एक वैन लगातार मेले में दौड़ेगी। उसमें भी कैमरे लगे हैं। यह देखेगी कि कहीं कुछ गड़बड़ी तो नहीं हो रही । व्यवस्थाओं के लिए गुरुवार को ही डीआईजी, कलेक्टर ,एसपी समेत अन्य अधिकारी मेले के समापन तक रतनगढ़ परिसर में ही कैंप करेंगे ताकि व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें।
“मेले से जुड़ी सारी तैयारियां हो चुकी हैं । पुलिसबल व प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। मौके पर पहुंचकर जायजा भी लिया है।”
डॉ.वीरेन्द्र सिंह रावत, कलेक्टर
“सैलानियों की सुरक्षा की दृष्टि से दो हजार से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात किया गया है। घुड़सवार व गोताखोर भी बुलाए गए हैं।”
मयंक अवस्थी,एसपी