पार्क में लाल सलवार पहने पहुंची थी ये लड़की, फिर हुआ कुछ ऐसा की उड़ गए सबके होश
लड़की बनकर वाट्सएप से लुटेरे से दोस्ती कर ली। उसे मिलने के बहाने पार्क बुलाया। लुटेरा पार्क में आया तभी दोस्तों के साथ छिपे बैठे युवक ने उसे दबोच लिया

ग्वालियर। दो दिन पहले मरघट रोड अवाड़पुरा (कंपू) में मोबाइल लूटकर भागा बाइक सवार लुटेरा युवक की अकलमंदी से पकड़ा गया। युवक ने लड़की बनकर वाट्सएप से लुटेरे से दोस्ती कर ली। उसे मिलने के बहाने पार्क बुलाया। लुटेरा पार्क में आया तभी दोस्तों के साथ छिपे बैठे युवक ने उसे दबोच लिया। फिर उसे कंपू थाने लाकर पुलिस के हवाले किया। रास्ते में लुटेरे के दोस्तों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। कुल मिलाकर जो काम पुलिस को करना था उस काम को युवक और उसके दोस्तों ने साहस का परिचय देकर अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
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एेसे फंसा मोबाइल लुटेरा
बटसारी कैलिया (जालोन) निवासी प्रक्रांत सिंह कौरव हाल निवासी शिवाजी नगर का मोबाइल लूटा था। लुटेरे ने अगले दिन मोबाइल से प्रक्रांत की बहन को वॉटसअप किए। बहन ने बताया तो प्रक्रांत ने चोर को पकडऩे की योजना बनाई। लड़की बन दोस्त के वॉट्सअप नंबर से दोस्ती की जब लुटेरे ने नया मोबाइल खरीदने की कही तो प्रक्रांत ने कहा फीस के १२ हजार रुपए घर से आए हैं। उसमें से ८ हजार उसे दे देगी। लुटेरा राजी हो गया।दोनों का शुक्रवार दोपहर २ बजे नेहरू पार्क में मिलना तय हुआ, तब लुटेरा बोला दोस्त को भेजेगा, लेकिन उसे पहचानेगा कैसे। प्रक्रांत ने कहा वह लाल सलवार में आएगी। इसके बाद प्रक्रांत दोस्तों व रिश्तेदार लड़की लाल सलवार में लेकर पार्क पहुंचा जैसे ही लुटेरा लड़की के पास आया चारों ने उसे पकड़ लिया। वह खुद को लुटेरे का दोस्त बता रहा था धुनाई की तो उसने बताया वह लोकेश यादव है।
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एेसे लूटा था
प्रक्रांत ७ फरवरी की रात एसएएफ मैदान से रनिंग करके लौट रहा था। रास्ते में फोन आया तो मोबाइल कान पर लगाकर बात करने लगा। तभी पीछे से बाइक सवार लुटेरा आया और झपट्टा मारकर मोबाइल लूटकर भाग गया। प्रक्रांत ने थाने जाकर बताया तो पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया।

पुलिस में सिलेक्शन
प्रक्रांत का कुछ दिन पहले जारी हुई सूची में पुलिस आरक्षक के पद पर सिलेक्शन हो गया है। उसने लुटेरे को पकड़कर साबित कर दिया कि वह पुलिस की नौकरी के काबिल है। प्रक्रांत ने बताया शुरुआत में उसे डर तो लगा कहीं लुटेरा हथियार से वार न कर दे। लेकिन उसने हिम्मत नहीं छोड़ी। दोस्तों के साथ प्लानिंग की और लुटेरे को दबोचा।
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