दरअसल, दोनों पति-पत्नी आयुक्त को दोपहर जनसुनवाई में आवेदन देने के लिए आए थे कि पड़ोस में रहने वाली कांग्रेस नेत्री व वकील चंद्रशेखर व अनामिका शर्मा ने उनके घर का दरवाजा बंद करके घर के बाहर पेड़ लगाकर पक्की बाउंड्री बनाकर सड़क पर अतिक्रमण कर लिया है। साथ ही दूसरे दरवाजे के बाहर सीमेंट की टंकी सहित अन्य सामान रखकर उसे भी बंद कर दिया है। इससे मकान की दीवारों पर पानी आ रहा है व गंदगी होने से कीड़े भी आ रहे हैं और उन्हें निकलने में भी परेशानी हो रही है। वह बीते चार साल से परेशान हो रहे हैं पर आज तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया है।
इस पर आयुक्त ने उन्हें शांति से बात करने के लिए कहा, जिस पर संजीव ने कहा वह चार साल से शांत ही हैं, लेकिन अब चुप नहीं बैठेगा। जिस पर आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए उसे बाहर करने के निर्देश तैनात अमले को दिए। आयुक्त की नाराजगी देखते ही संजीव व उनकी पत्नी गुस्से में आ गए और उन्होंने आयुक्त पर भी सांठगांठ करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। जो करीब 20 मिनट तक चला, आनन फानन में उसे मदाखलत अधिकारी द्वारा बाहर किया गया।
इस दौरान पीड़ित ने बताया कि मदाखलत, क्षेत्रीय व भवन अधिकारी व आयुक्त कांग्रेस नेत्री व वकील अनामिका शर्मा पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। वह अब उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रही है। ऐसे में वह अब उनके नहीं बल्कि आयुक्त के हाथ से ही मरना चाहेंगे। क्योंकि निगम कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। हालांकि आयुक्त ने जनसुनवाई खत्म होने के बाद पीड़ित को अपने पास बुलाया और दो दिन में समस्या का समाधान कराए जाने का आश्वासन दिया। वहीं अनामिका ने बताया कि मैंने कोई कब्जा नहीं किया है वह जमीन हमारी है और यह मामला कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने जान से मारने की कोई धमकी नहीं दी है।
अतिक्रमण और आवारा जानवरों की शिकायतें भी आईं
जनसुनवाई में वार्ड 19 से ऐबनेजर स्कूल के पास भगत सिंह नगर भिण्ड रोड से अवारा मवेशी हटवाए जाने, वार्ड 60 आरके गुप्ता ने आवारा श्वान को पकड़े जाने,वार्ड 55 शिवाजी नगर आमखो निवासी शैलेन्द्र सिंह तोमर ने अवैध अतिक्रमण कर बंद रोड को खुलवाने सहित 15 आवेदन आए। जिनके निराकरण करने के निर्देश दिए गए।