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रिटायर्ड फौजी की चेतावनी, मुझे बागी पानसिंह तोमर बनने मजबूर मत करो

locationग्वालियरPublished: Feb 08, 2022 11:30:20 pm

Submitted by:

Nitin Tripathi

फौजी बोला- मुझे बंदूक उठाने मजबूर मत करो, कलेक्टर ने तेवर देखकर तत्काल मदद को भेजी टीम, चेतावनी के 5 घंटे में प्रशासन ने दिलाया हक

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रिटायर्ड फौजी की चेतावनी, मुझे बागी पानसिंह तोमर बनने मजबूर मत करो

ग्वालियर . मुरैना के पान सिंह तोमर की कहानी से हर कोई वाकिफ है, कैसे एक फौजी सिस्टम की तानाशाही और नाइंसाफी के खिलाफ बागी होकर बीहड़ में उतर गया था। कुछ इसी अंदाज में एक रिटायर्ड फौजी रघुनाथ सिंह तोमर ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर को चेतावनी दी कि मुझे पान सिंह तोमर बनने को मजबूर मत करो, वरना अपने परिवार के हक के लिए मुझे बंदूक उठानी पड़ेगी।
फौजी की बात सुनकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तत्काल क्षेत्रीय एसडीएम को मामले की जांच के आदेश देते हुए दोषियों को बुलाने और दो दिन में तोमर को उसके प्लॉट पर कब्जा दिलाने का आदेश दिया। शाम को मुरार एसडीएम मौके पर पहुंचे और पंचनामा बनाकर तोमर को प्लॉट पर कब्जा दिला दिया। इस तरह पांच घंटे में ही शिकायतकर्ता को उसका हक मिल गया।
प्लॉट पर दबंगों ने किया कब्जा
लाल टिपारा गौशाला के पास रहने वाले रिटायर्ड फौजी रघुनाथ सिंह तोमर कलेक्टर को आवेदन दिया था, जिसमें बताया कि उन्होंने 2011 में साईंनगर में एक प्लॉट अरविंद गुर्जर, भूपेंद्र बघेल और जसवंत सिंह के माध्यम से खरीदा था। जब वह अगस्त में 22 साल बाद फौज से रिटायर्ड होकर आए और अपने प्लॉट पर मकान बनाना चाहा तो दबंग उसपर कब्जा कर चुके थे। उसने विक्रेता अरविंद और भूपेंद्र पर शंका जताई। उसने बताया कि कब्जा करने वालों ने प्लॉट को रीसेल भी कर दिया। तोमर ने बताया कि जब भी प्लॉट पर मकान बनवाने के लिए जाते है तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती। कई बार थाने से लेकर प्रशासन तक को आवेदन दिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यही वजह थी कि उसने मजबूरी में बागी बन बंदूक उठाने की चेतावनी दी।
फौजी को दिलवाया कब्जा
मुरार एसडीएम अशोक चौहान ने बताया कि सीमादेवी पत्नी रघुनाथ सिंह तोमर रिटायर्ड फौजी के प्लॉट का निरीक्षण किया गया। इसमें दो लोगों के पास विक्रयपत्र मिले थे। दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया। तोमर को प्लॉट पर कब्जा दिलाया। इसमें जमीन का कुछ हिस्सा विवादित था, जिसके लिए राजकुमारी राठौर व भगवान सिंह राठौर व अन्य 4 लाख 80 हजार रुपए एक माह में सीमा को देंगे।
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