scriptघटिया सामग्री का उपयोग होने से बनते-बनते उखड़ रही सडक़ | Rising road due to poor material use | Patrika News

घटिया सामग्री का उपयोग होने से बनते-बनते उखड़ रही सडक़

locationग्वालियरPublished: Jul 15, 2019 03:28:09 am

आमजन की सुविधा के लिए सडक़ का निर्माण कार्य तो शुरू करा दिया गया है, लेकिन इसके निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। घटिया सामग्री का उपयोग करने के कारण सडक़ बनने के साथ ही उखडऩे लगी है और कई जगह धंसकने लगी है।

road

घटिया सामग्री का उपयोग होने से बनते-बनते उखड़ रही सडक़

ग्वालियर. आमजन की सुविधा के लिए सडक़ का निर्माण कार्य तो शुरू करा दिया गया है, लेकिन इसके निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। घटिया सामग्री का उपयोग करने के कारण सडक़ बनने के साथ ही उखडऩे लगी है और कई जगह धंसकने लगी है। सडक़ पर गहरे गड्ढे होने के कारण यह जानलेवा बनती जा रही है। जब भी यहां से कोई भारी वाहन गुजरता है तो सडक़ धंसक जाती है और वाहन पलट जाते हैं। विगत दिनों एक डंपर जैसे ही निर्माणाधीन सडक़ से होकर गुजरा तो सडक़ धंसक गई और डंपर पलटने से बचा। इसके बावजूद संबंधित विभाग द्वारा सडक़ की गुणवत्ता को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शताब्दीपुरम क्षेत्र में जर्जर सडक़ की समस्या के कारण स्थानीय लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसको लेकर दो साल पहले सडक़ निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई और तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक द्वारा सडक़ का भूमिपूजन करा दिया गया। इसके निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेका दिया गया, लेकिन संबंधित ठेकेदार द्वारा सडक़ के निर्माण में कोई रुचि नहीं दिखाई गई। इससे काम अटका रहा और स्थानीय लोगों को क्षतिग्रस्त सडक़ के कारण परेशान होना पड़ रहा था। इस संबंध में स्थानीय लोगों द्वारा कई बार विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, तब जाकर स्थानीय लोगों की मांग पर विभाग की ओर से विगत माह बारिश के दिनों में सडक़ का निर्माण कार्य शुरू कराया गया, लेकिन उसमें भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। घटिया सामग्री का उपयोग किए जाने के कारण सडक़ बनने के साथ ही उखडऩा शुरू हो गई है। बारिश के दिनों में क्षतिग्रस्त सडक़ के कारण परेशानी और भी बढ़ जाती है। क्योंकि सडक़ पर हर समय ही लोगों का आवागमन बना रहता है, सडक़ से गुजरते समय वाहन कभी भी पलट जाते हैं, जिससे लोगों को हादसे का डर बना रहता है। सडक़ का निर्माण कराने वाली एजेंसी के वाहन जब भी मटेरियल डालने के लिए आते हैं तो वह सडक़ धंसकने से पलट रहे हैं, इसके बावजूद न तो ठेकेदार द्वारा सडक़ निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है, न ही विभाग की ओर से सडक़ निर्माण की जांच कराई जा रही है। इससे सडक़ बनने का कोई मतलब नहीं निकल रहा है। बारिश होने पर यहां के हालात और बिगड़ जाएंगे। अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा क्षेत्रीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो