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बेटी को दहेज के लिए ससुराल में प्रताडि़त करने वालों पर पुलिस कार्रवाई करे, परेशान पिता करीब सवा साल से महिला थाने के चक्कर काट रहे थे, लेकिन उनकी परेशानी को नहीं समझा गया। हताश होकर सोमवार रात को उन्होंने फांसी लगा ली। मौत से पहले सुसाइड नोट में लिखा कि महिला थाने में हर बार नई तारीख थमाई जाती रही है, इससे तंग आ चुका हूं। पुलिस मेरी शिकायत नहीं सुन रही है इसलिए सुसाइड कर रहा हूं। पुलिस की लापरवाही से झकझोर कर रख देने वाली घटना सोमवार को सत्यनारायण की टेकरी पर हुई। इससे बस्ती में तनाव है, लोगों में आक्रोश है उनका कहना है कि पुलिस अगर पिता की फरियाद को गंभीरता से सुन लेती तो शायद परिवार बर्बाद होने से बच जाता।
पारस शर्मा निवासी सत्यनारायण की टेकरी ने बताया सोमवार रात को वह सिटी सेंटर में डयूटी पर था, मां गंगा शर्मा घर के पास दुकान पर बैठी थीं बहन दिव्या पार्लर पर काम कर रही थी, तब पिता ब्रह्मजीत शर्मा (48) ने फांसी लगा ली। पिछले करीब सवा साल से महिला थाने के हर दिन चक्कर काट रहे थे कि बेटी दिव्या को ससुराल में प्रताडि़त किया गया है उनकी फरियाद सुनी जाए लेकिन महिला थाने की टीआइ से लेकर सिपाही तक रोज टरकाते थे। हर बार नई तारीख बताकर वापस लौटा देते थे। दिव्या की शादी पिछले साल फरवरी में आगरा निवासी योगेश से की थी। ससुराल में उसे दहेज के लिए तंग किया गया मारा पीटा जाता था। फिर योगेश उसे साथ में दिल्ली ले गया वहां भी उसे प्रताडि़त किया।
यह हालत कर दी कि उसकी जान जा सकती थी तो बहन को वह घर ले आए थे। यहां करीब एक करीब एक महीने उसका इलाज चला था। सारा मामला एसपी नवनीत भसीन को भी बताया था। उन्होंने भी महिला थाना टीआइ से दिव्या को ससुराल में प्रताडि़त करने वालों पर एफआइआर के आदेश दिए थे, लेकिन फिर भी महिला थाने ने कार्रवाई नहीं की। दो दिन से पिता रोज थाने जा रहे थे, अब उन्हें फिर आगे की तारीख देकर लौट दिया था। इसलिए परेशान थे। सोमवार को उन्होंने सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाई।