कर्नाटक के मैसूर से आए एस.हरीश ने बताया कि हम काफी समय से रोजवुड इलने वर्क से जुड़े हुए हैं। इस काम में हमारे साथ कई लोग लगे हुए हैं। इस कला में जैग फ्रूट ट्री, इमली ट्री, फ्लॉवर ट्री आदि की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें नैचुरल रंग भरे जाते हैं। इनके दाम 500 से एक लाख रुपए तक हैं। इसके साथ ही उन्होंने वुडन पर निकल, ब्रास और सिल्वर वर्क के आयटम भी स्टॉल पर प्रदर्शित किए हैं। इन्हें तैयार करने में तीन महीने से अधिक का समय लग जाता है। इसमें वे अपने साथ 80 हजार की राधा-कृष्ण की पेंटिंग भी लेकर आए हैं।