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संत किसी समाज के नहीं होते, बल्कि वे तो संपूर्ण समाज के होते हैं

locationग्वालियरPublished: Jul 26, 2023 12:25:40 am

Submitted by:

rishi jaiswal

समरसता यात्रा...मांडू के रविदास कुंड से कलश में मिट्टी व जल एकत्र किया सागर में सौ करोड़ की लागत से बनेगा मंदिर

संत किसी समाज के नहीं होते, बल्कि वे तो संपूर्ण समाज के होते हैं
संत किसी समाज के नहीं होते, बल्कि वे तो संपूर्ण समाज के होते हैं
मांडू/ धार. पर्यटन नगरी मांडू के काकड़ा खो स्थित पुरातन कालीन संत रविदास की तपोभूमि से संत रविदास का पूजन-अर्चन और आरती कर समरसता यात्रा का शुभारंभ किया गया। यात्रा सात विधानसभा से होती हुई अपने गंतव्य को पहुंचेगी। इस दौरान संत रविदास मंदिर को हार फूलों से सजाया गया। समरसता यात्रा के पहले चतुर्भुज श्रीराम मंदिर मांडू में संवाद कार्यक्रम हुआ।
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