प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष नवंबर माह में पेट्रोल पर एक रुपए प्रति लीटर अतिरिक्त कर बढ़ाया था।
नरेन्द्र कुइया @ ग्वालियर
प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष नवंबर माह में पेट्रोल पर एक रुपए प्रति लीटर अतिरिक्त कर बढ़ाया था। उसके बाद 3 जनवरी को फिर से पेट्रोल पर एक रुपए और डीजल पर 50 पैसे का अतिरिक्त कर बढ़ा दिया।
जानकारी के मुताबिक 64.66 रूपए प्रति लीटर की दर से मिलने वाला पेट्रोल प्रदेश के डिपो में कंपनी से महज 46.68 रुपए में आ रहा है। प्रदेश के लोग करीब 15.77 रुपए प्रति लीटर सिर्फ टैक्स चुका रहे हैं। आर्थिक संकट से जूझ रही प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2014 में पेट्रोल पर वैट 27 से बढ़ाकर 31 फीसदी कर दिया था।
झांसी, धौलपुर और इटावा में यहां से 2 रुपए सस्ता
प्रदेश सरकार की ओर से डीजल पर पड़ोसी राज्यों से ज्यादा वैट लगाने का असर ग्वालियर में भी देखा जा रहा है। यहां से लगे झांसी, धौलपुर और इटावा में करीब 2 रुपए सस्ता डीजल मिल रहा है। भारी वाहन यूपी और राजस्थान से ही डीजल ले रहे हैं। कारोबारियों की मानें तो डीजल बिक्री में ४0 फीसदी की गिरावट आ गई है।
जिम्मेदारों का कहना
“क्रूड ऑयल की कम होती कीमतों का लाभ ग्राहकों को नहीं मिल पा रहा है। इसका लाभ कंपनियां और सरकारों को प्राप्त हो रहा है। रही सही कसर प्रदेश सरकार के वैट टैक्स से हो पूरी हो रही है।“
दीपक सचेती, अध्यक्ष, ग्वालियर पेट्रोलियम डीलर्स ऐसोसिएशन
“ट्रांसपोर्टरों ने समीपवर्ती राज्यों में सस्ता डीजल मिलने से यहां से डीजल लेना लगभग बंद कर दिया है। बिना वजह कर थोपने से राजस्व में कमी आती है। हम इसका घोर विरोध करते हैं।“
लेखराज रावल, अध्यक्ष, ग्वालियर गुड्स ट्रांसपोर्टस ऐसोसिएशन