प्लान के तहत शहर में ऐसे व्यस्तम बाजार को चुनने की बात कही गई थी, जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्राहक पहुंचते हैं। इसके लिए मोबाइल मार्केट, सराफा बाजार, कपड़ा मार्केट व ऐसे मार्केट जो विभिन्न मार्केट मिलकर बड़े बाजार का रूप धारण करते हैं। महाराज बाड़ा के नजरबाग मार्केट, सुभाष मार्केट, गांधी मार्केट, टोपी बाजार, सराफा बाजार, हजीरा चौराहा, तानसेन का मकबरा के आसपास मार्केट, मुरार से सदर बाजार सहित अन्य जगह पर हजारों लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं।
– पार्किंग- ग्राहकों को वाहन खड़े करने में परेशानी न हो इसके लिए सभी बाजारों में पार्र्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए और एक कर्मचारी भी तैनात होना चाहिए जो वाहनों को सही लाइन से लगवाए।
– बोर्ड- सभी दुकानों के बोर्ड एक ही रंग और एक ही आकार के लगाकर एकरूपता में लाया जाना चाहिए। हालांकि इसके लिए पूर्व में प्रयास भी किए गए थे, लेकिन अब यह कहीं भी नजर नहीं आते हैं।
– फ्री वाई फाई- बाजारों में आने वाले ग्राहकों को फ्री वाई फाई सुविधा देने के लिए प्लान भी बनाया गया। लेकिन आज तक एक सपना बनकर ही रह गया है।
– हजीरा, मुरार, महाराज बाड़ा के आसपास का क्षेत्र व सभी बाजारों में अतिक्रमण प्रमुख समस्या हैं। दुकानदार फुटपाथ और गली तक में सामान रखकर अतिक्रमण कर लेते हैं।
– बाजारों में आने वाले ग्राहकों के लिए पीने के पानी के इंतजाम शहर में कहीं भी नहीं हैं, जबकि शहर के सभी बाजारों में पानी की उपलब्धता बहुत जरूरी है।
– शहर के प्रमुख बाजारों में टॉयलेट के इंतजाम नहीं है। इससे बाजारों में खरीददारी करने के लिए आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है और टॉयलेट भी इन बाजारों की प्रमुख समस्या है। कुछ बाजारों में शौचालय है ही नहीं और जहां हैं वहां पर नियमित सफाई न होने से लोग इनका इस्तेमाल भी नहीं करते हैं।
– बाजारों में कचरा भी बड़ी समस्या है। जिसके लिए दुकानें खुलने और साफ सफाई होने की टाइमिंग भी सेट नहीं है। स्थिति यह है कि कई दुकानों के पास कचरे के वाहन पहुंचते ही नहीं है और वहां पर आए दिन गंदगी के ढेर नजर आते हैं।
शहर के विकास के लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। आपके द्वारा यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है, मैं इसको लेकर संंबंधित अधिकारी से चर्चा करूंगा। शहर में साफ सफाई रखने के लिए सभी अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।
किशोर कान्याल, आयुक्त नगर निगम