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बड़ी खबर : एमपी में फिर छाया नोटबंदी का संकट,लोगों में मचा हाहाकार

locationग्वालियरPublished: Mar 21, 2018 02:49:29 pm

Submitted by:

monu sahu

अपनी ही जमा राशि के लिए एटीएम और बैंक शाखाओं से खाली हाथ लौट रहे खाताधारकों का कहीं न कहीं बैंकों से भरोसा कम होता जा रहा है

SBI bank
ग्वालियर। एक हजार व पांच सौ के नोट बंद होने का असर मध्यप्रदेश के कई जिलो में आज भी देखा जा रहा है। नोटबंदी के बंद होने से जहां लोगों के सामने रोजगार के संकट पैदा हो गए। वहीं गरीज मजदूरों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है और वह आर्थिक संकट झेल रहा है। बड़े कारखाने व कई बड़े उद्योगों के रुक जाने से मजदूरी की रोजी रोटी की समस्या है। बैंक शाखाओं में कैश संकट के चलते खाताधारकों को ऑनलाइन लेनदेन करने की सलाह दी जा रही है। वहीं एटीएम रुपए विहीन हैं। अपनी ही जमा राशि के लिए एटीएम और बैंक शाखाओं से खाली हाथ लौट रहे खाताधारकों का कहीं न कहीं बैंकों से भरोसा कम होता जा रहा है।
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ग्वालियर और भिण्ड शहर में तीन दर्जन से अधिक एटीएम में बमुश्किल एक दर्जन एटीएम से रुपए निकल पा रहे हैं। ऐसे में उनमें भी आहरणकर्ताओं की भीड़ रहने के कारण कुछ घंटे में ही रुपए खत्म हो जाते हैं। वहीं बैंक शाखाओं में खाते से एक लाख से अधिक धनराशि आहरण करने पर कैशियर नकद भुगतान करने के बजाए ऑनलाइन लेनदेन करने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में लोग नगद राशि के लिए परेशान हो रहे हैं।
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चंद एटीएम से ही निकल पा रही है धनराशि
कलेक्ट्रेट कार्यालय व लश्कर रोड के एसबीआई एटीएम, गोल मार्केट एवं सुभाष तिराहे के निकट स्थित एक्सिस बैंक एटीएम एवं किला रोड स्थित इंडसाइंड बैंक सहित करीब एक दर्जन एटीएम से धनराशि निकल रही है। शेष लगभग दो दर्जन से अधिक एटीएम में धनराशि नहीं निकल रही है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के लश्कर रोड स्थित दो एटीएम स्थाई रूप से बंद ही कर दिए गए हैं। अधिकांश लोग एटीएम से निराश होकर लौट रहे हैं।
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किसान, छोटे दुकानदार व मजदूरों के सामने उपजा बड़ा संकट
व्यापारी एवं शासकीय अधिकारी कर्मचारी ऑनलाइन लेनदेन कर अपना काम नियमित चला रहे हैं लेकिन बड़ी समस्या किसान के सामने हैं जो मजदूरों से फसल कटवाने के बाद उन्हें नकद भुगतान नहीं दे पा रहे। बताना मुनासिब है कि अधिकांश मजदूरों के बैंक में खाता तक नहीं है। यदि खाता है भी तो वे ऑनलाइन लेनदेन की प्रक्रिया से कोसों दूर हैं। इसी प्रकार रिक्सा चालक, चार पहिया ठेला, गुमठी एवं फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले व फेरी लगाकर सामान बेचने वाला तबका अभी तक ये नहीं जानता कि ऑनलाइन क्या होती है।
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“चार दिन से रोज एटीएम में कार्ड लगाकर चेक कर रहे हैं लेकिन धनराशि नहीं मिल रही है। बैंक जाने पर कहा जाता है ऑनलाइन लेनदेन करो। समझ में नहीं आ रहा क्या करें।”
महेश बघेल, निवासी ग्राम सायडांड़ा भिण्ड
“अपने ही पैसे के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। सरकार के कुप्रबंधन का खामियाजा हम जैसे आमजन को चुकाना पड़ रहा है। मजदूरों को भुगतान करना है लेकिन न तो बैंक से रकम मिल पा रही है और ना ही एटीएम से रुपए निकल रहे।”
छोटू यादव, निवासी अटेर रोड
“यदि एटीएम में धनराशि नहीं है तो संबंधित बैंक प्रबंधकों को राशि डलवाने के निर्देश दिए जाएंगे। बैंक में खाताधारकों को एक लाख रुपए आहरण करने की लिमिट है।”
सुधीर कुमार, अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक भिण्ड

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