प्ले ग्रुप में बच्चे पहली बार पैरेंट्स से दूर होते हैं और नए माहौल में आते हैं। इन सबके बीच उन्हें स्टडी से जोड़ना और खुश रखना बड़ा टास्क होता है। स्कूलों का फोकस इस बात पर है कि वे खुशनुमा माहौल में रहें और खेल-खेल में स्टडी की ओर टर्न लें। यदि वे स्टडी के लिए टेंशन लेने लगेंगे तो स्कूल से भी कम जुड़ेंगे। इसको ध्यान में रखते हुए शहर के प्रमुख स्कूलों ने कई इनोवेशन किए हैं।
बच्चों को दिया जाएगा अच्छा माहौल टीचर अशोक राजावत ने बताया कि हर वीक के लिए हमने हैपीनेस प्रोग्राम प्लान किया है, जिसमें टीचर्स और बच्चों से सभी विषयों पर बात की जाएगी। यह जानने का प्रयास करेंगे कि उन्हें स्कूल में कैसा फील हो रहा है। इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाएगा कि स्टॉफ और टीचर्स भी खुश रहें, क्योंकि वे खुश रहेंगे तो बच्चों को अच्छा माहौल मिलेगा।
बच्चों से स्कूल में की जाएगी फ्रेंडली बात सेंट्रल एकेडमी के डायरेक्टर विनय झलानी ने बताया कि पहले दिन स्कूल में हैप्पीनेस प्रोग्राम कराए जाएंगे। साथ ही जूनियर और सीनियर स्टूडेंट्स को दिए गए प्रोजेक्ट पर भी बात की जाएगी। यदि किसी स्टूडेंट का प्रोजेक्ट सही नहीं भी है, तो उससे फ्रेंडली बात की जाएगी और कमियों के बारे में बताया जाएगा। छोटे बच्चों को फन एक्टिविटी में इन्वॉल्व कराया जाएगा।
स्कूल्स की प्लानिंग कुछ स्कूल बच्चों को सिर्फ एक घंटे के लिए बुलाया गया है, जिस दौरान फन एक्टिविटीज होंगी। बच्चों के लिए क्लास रूम में केवल खेलकूद से जुड़ी एक्टिविटी होंगी।
प्राइमरी के बच्चों के लिए क्लास रूम नए तरीके से डिजाइन करवाए हैं। स्कूल के पहले दिन बच्चों को म्यूजिक, स्पोर्ट्स से जोड़ जाएगा। बच्चों को क्लास रूम स्टडी की जगह सैर सपाटे पर ले जाएंगे। उन्हें जू, पोस्ट ऑफिस और संग्रहालय जैसी जगहों पर ले जाया जाएगा