सांसद सिंधिया ने भावुक अंदाज में कहा कि भगवान ने किसी को भी संपूर्ण नहीं बनाया, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति में कुछ न कुछ कमी छोड़ी है। मुझमें भी कोई कमी होगी, लेकिन जब तक आप मुझे नहीं बताएंगे कि वो कमी क्या है? तो में उसमें सुधार कैसे कर पाऊंगा। मैंने शिवपुरी व गुना के लिए इतना सब कुछ किया, लेकिन फिर भी मुझे दोनों शहरों से हार मिली। सिंधिया ने कहा कि मुझे कुछ लोगों ने कहा कि आपमें कोई कठिनाई नहीं, उस बार तो बुखार चढ़ गया था मोदी का, मैं पूछना चाहता हूं आप लोगों से कि अभी वो बुखार है या उतर गया। तो वहां मौजूद लोगों ने कहा कि अब उतर गया।
सिंधिया ने कहा कि मई में मोदी फिर आएंगे भाषण देने शिवपुरी में, तब पूछना उनसे कि चौकीदार साहेब, प्रधानमंत्री साहेब, आप पांच साल से प्रधानमंंत्री हैं तथा प्रदेश में 15 साल तक सरकार रही। जो फोरलेन हाइवे मैंने बनवाया, नहीं तो यहां पर जाम लगे रहते थे। आप लोग यह तय करें कि हमें सत्य का साथ देना चाहिए, विकास व प्रगति का साथ देना चाहिए। इस चुनाव में, मैं यह देखना चाहता हूं कि इस बार जनता सत्य का साथ देती है या नहीं।
कांग्रेस को जिताने वाले पोलिंग एजेंटों को करेंगे सम्मानित
पिछोर तहसील मुख्यालय के छत्रसाल स्टेडियम में सोमवार को क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पोलिंग बूथ एजेटों की बैठक लेकर उन्हें यह भरोसा दिलाया कि जिन पोलिंग बूथों पर कांग्रेस को अधिक वोट मिलेंगे, उस बूथ एजेंट को सम्मानित किया जाएगा। इतना ही नहीं उन्हें मंच पर बिठाकर सिंधिया व दूसरे नेता नीचे फर्श पर बैठेंगे तथा एजेंटों को अपने हाथों से खाना भी खिलाएंगे। रविवार की रात सिंधिया ने शिवपुरी में 80 पोलिंग बूथ एजेंटों की बैठक ली थी।
सांसद सिंधिया ने सोमवार को पोलिंग बूथ एजेंटों की बैठक में एक-एक एजेंट से न केवल चर्चा की, बल्कि बीते विधानसभा व पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिले वोटों का आंकड़ा भी देखा। जिन बूथ पर कांग्रेस का वोट प्रतिशत कम रहा, वहां एजेंटों को समझाइश देते हुए कहा कि इस बार यह आंकड़ा बढऩा चाहिए। साथ ही उन्होंने उन एजेंटों की पीठ थपथपाई, जिन्होंने अपने क्षेत्र में कांग्रेस के पक्ष में अधिक मतदान कराया था।
इसके अलावा सैकड़ों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा चुनाव में जीत की रणनीति पर एजेंटों से चर्चा की। इस दौरान कई समस्याओं के आवेदन भी लोगों ने दिए, तो सिंधिया ने उन्हें आचार संहिता के बाद निराकरण का आश्वासन दिया।