ग्वालियर

अचलेश्वर महादेव मंदिर के निर्माण में फंसा जीएसटी का पेंच, नींव भरने के बाद ठेकेदार ने रोका काम

अब तक ट्रस्ट एक करोड़ 10 लाख का भुगतान कर चुका है। सुदर्शन इंजीनियरिंग की ओर से करीब 19 लाख रुपए जीएसटी जमा कराए जाने की बात कही जा रही है।

ग्वालियरApr 27, 2019 / 06:54 pm

Rahul rai

अचलेश्वर महादेव मंदिर के निर्माण में फंसा जीएसटी का पेंच, नींव भरने के बाद ठेकेदार ने रोका काम

ग्वालियर। श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर के निर्माण में जीएसटी का पेंच फंसता नजर आ रहा है। निर्माण एजेंसी टेंडर शर्त के मुताबिक अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास के पदाधिकारियों से जीएसटी जमा करने को कह रही है, लेकिन न्यास के पदाधिकारी इसे लेकर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे हैं और सीए से चर्चा करने की बात कर रहे हैं। इसे लेकर ठेकेदार ने नींव भरने के बाद काम रोक दिया है।
 

करीब चार साल पहले मंदिर निर्माण के लिए बुलाए गए टेंडर में सुदर्शन इंजीनियरिंग को 3 करोड़ 11 लाख में ठेका दिया गया था। इस फर्म द्वारा मंदिर निर्माण सामग्री पर शासन को किए जाने वाले समस्त भुगतान ट्रस्ट द्वारा करने की शर्त रखी गई थी। उस दौरान ट्रस्ट के पदाधिकारी इससे अनभिज्ञ रहे कि जीएसटी का भुगतान ट्रस्ट को करना होगा। अब तक ट्रस्ट एक करोड़ 10 लाख का भुगतान कर चुका है। सुदर्शन इंजीनियरिंग की ओर से करीब 19 लाख रुपए जीएसटी जमा कराए जाने की बात कही जा रही है। इससे अचलेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी संशय में पड़ गए हैं कि तीन करोड़ पर लगने वाले जीएसटी का अतिरिक्त भार मंदिर कमेटी पर आ रहा है।
 

निर्माण में हो रही देरी
मंदिर कमेटी जीएसटी के भुगतान को लेकर मंथन करने में जुटी है। यह मामला सीए एवं मंदिर प्रबंधन कमेटी के समक्ष रखने की बात कही जा रही है। इधर निर्माण एजेंसी शर्त के मुताबिक जीएसटी जल्द जमा करने और देरी से जमा होने पर चार्ज लगने की बात कह रही है। जीएसटी जमा न होने पर निर्माण एजेंसी ने तीन दिन पहले नींव भरने के बाद काम को रोक दिया है। पदाधिकारियों द्वारा इस मामले में पूछताछ की जा रही है तो ठेकेदार द्वारा किसी से जीएसटी जमा करने की बात कही जा रही है, किसी को राजस्थान से कारीगर बुलाने का झांसा दिया जा रहा है।
 

ट्रस्ट को जमा करना है जीएसटी
मंदिर निर्माण सतत चल रहा है। राजस्थान के कारीगर एक दो दिन में आने के बाद निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। टेंडर की शर्त के मुताबिक जीएसटी ट्रस्ट को जमा करना है। इस बारे में पदाधिकारियों को मैं बात चुका हंू।
जगदीश मित्तल, संचालक, सुदर्शन इंजीनियरिंग
 

सीए से बात करेंगे
जीएसटी कितना लगेगा, इस पर विचार विमर्श किया जाएगा। सीए से बातचीत के बाद ही कोई हल निकलेगा।
हरिदास अग्रवाल, अध्यक्ष, अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.