दरअसल, सोमवार की शाम को एसडीएम पुष्पा पुषाम ने पहले राजस्व विभाग के पटवारी दीवान सिंह और ज्ञान सिंह राजपूत को भेजा, जब कर्मियों ने पहुंचने की जानकारी दे दी। तब खाद्य विभाग के अधिकारी निरुपमा शर्मा और लोकेन्द्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद सैंपलिंग की कार्रवाई शुरू हुई। सबसे पहले शिंदे की छावनी पर शानौ शौकत मिष्ठान भंडार पर मूंग बर्फी का सैंपल लिया। इससे पहले मिठास मिष्ठान भंडार पर खाद्य विभाग की टीम ने मावा बर्फी का सैंपल ले लिया था। नया बाजार में बहादुरा हलवाई के यहां से लड्डू के सैंपल लिए गए।
लताड़ लगाई और दिया नोटिस
गंदगी और शौचालय के पास मिठाई बनती देख एसडीएम ने संचालक को जमकर लताड़ लगाते हुए कहा कि यह मिठाई आप शहर को खिला रहे हो। अंदाजा है, गंदगी में बन रहीं इन मिठाईयों से कितने लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता होगा। बाद में चेतावनी के साथ दुकान संचालक को नोटिस जारी किया गया और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने मावा का सैंपल लिया।
फर्श पर कीचड़, चारों तरफ थी गंदगी
शानौ शौकत, मिठास और बहादुरा हलवाई पर कार्रवाई के बाद कटोराताल स्थित जोधपुर मिष्ठान भंडार पर एसडीएम सिर्फ पटवारी ज्ञान सिंह को लेकर अचानक पहुंचीं, इससे संचालक को सावधान होने का मौका नहीं मिला। उन्होंने काउंटर का निरीक्षण किया, कुछ ही मिनट में पीछे खड़े खाद्य विभाग के अधिकारी भी पहुंच गए। प्रतिष्ठान पर पहुंचकर वे काउंटर का निरीक्षण करते-करते अंदर की ओर गईं जहां मिठाई बनाई जा रही थी।
अंदर एक जगह मावा इकट्ठा करके रखा गया था। इससे थोड़ा और अंदर घेवर तैयार किया जा रहा था। इसके कुछ कदम आगे अंदर की ओर मूंग बर्फी सहित अन्य मिठाई बन रही थीं। इसी दौरान अचानक पास में नजर गई तो वहां एक टूटा गेट लगा था, जब इसके बारे में पूछा तो संचालक ने गुमराह करने की कोशिश की, जब आदेश देकर टूटे गेट को हटवाया तो वहां शौचालय दिखा, वह भी बेहद गंदा। इसके सप्लाई के लिए जो पानी की लाइन थी, उसी से मिठाईयां बन रही थीं। इस पूरी जगह के फर्श पर कीचड़ जमी थी और चारों तरफ गंदगी पसरी हुई थी।