ठहरने के लिए सुरक्षित किया गया
मंगलवार दोपहर मेहगांव क्षेत्र के गोरमी सर्वल के ग्राम कोर्ट में शासकीय प्राथमिक विद्यालय में लगाए गए शिविर का निरीक्षण करने एसडीएम पहुंचे थे। यहां बता दें कि शासकीय विद्यालय भवन के कक्षों को बाहरी लोगों के लिए ठहरने के लिए सुरक्षित किया गया है जबकि टैंट में उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्थाओं के निर्देश दिए गए हैं।
एसडीएम निरीक्षण के लिए पहुंचे
ऐसे में जब एसडीएम निरीक्षण के लिए पहुंचे तो शिविर में आधा दर्जन लोग मिले जिनके लिए ना तो खाने के इंतजाम और न ही ठहरने के लिए कक्ष खुलवाए गए थे। ऐसे में एसडीएम गणेश जयसवाल स्वंम खड़े होकर ताले खुलवाए और लोगों को ठहराया।
अपने स्टाफ के साथ लगे हैं
कक्षाओं के ताला खुलवाने के बाद जब एसडीएम गणेश जयसवाल बाहर निकले तो उन्होंने अधिकारियो से पूछा कि यह क्या व्यवस्था है ना तो लोगों के लिए खाने की व्यवस्था ही पीने के पानी। वे आए और इधर-उधर घूम रहे हैं। ऐसे में नजदीक ही खड़े सीईओ बलवीर सिंह बोले कि साहब आप खुद ही 12 दिन बाद नजर आ रहे हैं। जबकि हम 7 दिन से लगातार अपने स्टाफ के साथ लगे हैं।
बड़े अधिकारी आइसोलेट होकर दे रहे निर्देश
कलेक्टर छोटे सिंह के अलावा एसडीएम अनिल कुमार चांदिल, सीईओ जिला पंचायत आइएस ठाकुर, एसडीएम भिंड मोहम्मद इकबाल जैसे बड़े अधिकारी खुद को आइसोलेट किए हुए हैं। नतीजा ना तो जरूरतमंद परिवारों को खाना तथा राशन नहीं मिल पा रहा है और ना ही बाहर आकर जिले में फंसे परिवार की सहजतापूर्वक मदद हो पा रही है।
भूख से जरूर मौत हो जाती
आलम यह कि लोगों को एक वक्त भूखा तक सोना पड़ रहा है। भूख का सामना कर रहे कई परिवार कहने से भी नहीं चूके कि सामाजिक संगठन यदि सक्रिय नहीं हो तो करोना से मौत हो ना हो , लेकिन भूख से जरूर मौत हो जाती।
आज जिले में 100% लॉक डाउन
करोना की चेन तोड़ने के लिए मंगलवार रात 12 बजे से बुधवार रात 12 बजे तक 100 फ़ीसदी लॉक डाउन रहेगा। कलेक्टर ने इसका प्रभावी रूप से पालन कराए जाने के लिए निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टर छोटे सिंह के मुताबिक इससे संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिया है। वही पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि अगर कोई सड़क पर नजर आता है तो उसे हिरासत में लेकर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा शहर भर में इसकी मुनादी करा दी गई है। वहीं गोहद, मेहगांव, लहार और अटेर क्षेत्र में मुनादी करा दी गई है।
हमने सारी व्यवस्था कर रखी है। एसडीएम पहुंचे तो बोले क्या व्यवस्था है। जबकि वह खुद ही 12 दिन बाद घर से बाहर निकले। उन्होंने गाली देकर बात की तो मैंने कहा बदतमीजी से बात मत करिए। मेरी कोई कमी हो तो बता दीजिए। मेरा स्टाफ 7 दिन से लगा हुआ है।
बलवीर सिंह, सीईओ जनपद पंचायत मेहगांव
हम शिविर का निरीक्षण करने गए थे वहां कुछ नहीं दिखा। छोटा सा टेंट लगा था। अंदर देखा तो कक्ष में कोई व्यवस्था नहीं थी। हमने गाली नहीं दिया और भी लोग वहां मौजूद थे। इसका वीडियो भी है।
गणेश जयसवालए एसडीएम मेहगांव