इस बार दिनांक 13 अक्टूबर को पडऩे वाली शरद पूर्णिमा पर विशेष सुख, धन और समपन्नतादायक योग बन रहा है। 13 और 14 अक्टूबर 2019 की रात्रि में 02:36 बजे सूर्य एवं चंद्र एक दूसरे के ठीक आमने-सामने होंगे, तथा मित्र राशि वृश्चिक में स्थित बृहस्पति अपनी पूर्ण पंचम दृष्टि से चंद्रमा को देख रहा होगा! मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार होकर धरती पर आती हैं और जो भक्त उन्हें उनकी भक्ति में लीन दिखाई देता उस पर उनकी विशेष कृपा हो जाती है!
शरद पूर्णिमा पर न करें ये काम
शरद पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को सिर्फ सात्विक आहार ही ग्रहण करना चाहिए। व्यक्ति को इस दिन तामसिक भोजन और हर तरह के नशे से बचना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में नकारात्मकता और निराशा बढ़ जाती है।
शरद पूर्णिमा के दिन काले रंग के कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए। आज के लिए व्यक्ति को पहनने के लिए सफेद रंग के चमकदार वस्त्रों का चुनाव करना चाहिए।
शरद पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को काम वासना से बचने की कोशिश करनी चाहिए। आज के दिन उपवास,सत्संग करने से मन प्रसन्न और बुद्धि प्रखर होती है।
शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा को अघ्र्य देने से दमा रोगियों की तकलीफ कम हो जाती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन गर्भवती स्त्रियों की नाभि पर चन्द्रमा की चांदनी पडऩे से उनका गर्भ पुष्ट होता है।
शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी में चांदी के बर्तन में रखी खीर खाने से व्यक्ति को शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
रात को मां लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाकर उन्हें गुलाब के फूलों की माला पहनाएं।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सफेद मिठाई का भोग लगाएं।
शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र की 11 माला का जाप करें-
ऊ ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मये नम:”