– बड़ी खरीदी पर 5 से 20 फीसदी कैशबैक ऑफर।
– फाइनेंस कराने पर कम ब्याज दर और अवधिक छह माह को बढ़ाकर 12 माह किया।
– कम ली जा रही डाउन पेमेंट।
– वस्तुओं के दामों में अधिक छूट।
– उत्पादों की प्री-बुकिंग ऑफर सहित घर तक पहुंचाने की सुविधा।
त्योहारों के पूर्व बाजारों के जानकारों से बात करने पर स्पष्ट हुआ कि गत सात महीने से बाजारों की पहुंच से दूर हुए ग्राहक फेस्टिव सीजन में अपनी पसंद और जरूरत के सामान की खरीदारी करेंगे। अनुमान के मुताबिक सबसे अधिक मांग ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में देखने को मिलेगी। ऑटोमोबाइल में 20 एवं इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 30 से 35 फीसदी तक की ग्रोथे देखने को मिल सकती है। इनके साथ ही रियल एस्टेट, कपड़ा और ज्वेलरी सेक्टर को भी खासी उम्मीदें हैं।
वैसे तो त्योहारी सीजन की खरीदारी की शुरूआत नवरात्र से हो जाती है, पर दीपावली के बाद आने वाले सहालग के सीजन के लिए भी इसी समय खरीदारी होती है। मुरार निवासी सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि मेरी बेटी की शादी दिसंबर माह में है और इसके लिए मैं नवरात्र में ही खरीदारी कर लूंगा।
कोरोना संक्रमण काल के बाद से बाजार की हालत खराब है। अब त्योहारी सीजन में खरीदारी की अच्छी उम्मीद है। कंपनियों के ऑफर निश्चित ही ग्राहकों को आकर्षित करेंगे क्योंकि इस पूरे सीजन में उनका फायदा ही फायदा है।
– सुभाष शर्मा, संचालक, शंकर इलेक्ट्रॉनिक्स
कपड़ा बाजार में काफी समय से सुस्ती छायी हुई है। अब शारदीय नवरात्रों से बाजार के चलने की पूरी उम्मीद है। इसके चलते व्यापारियों ने कपड़ों का नया स्टॉक मंगाया है। कारोबारियों को इस पूरे त्योहारी सीजन से साल भर की आस रहती है।
– गिरधारीलाल चावला, अध्यक्ष, गांधी मार्केट ऐसोसिएशन