यजमान प्रशांत ने बताया मंदिर की देखरेख संत कृपाल दास करते हैं। सुबह करीब 10.30 बजे कृपाल दास उनके घर आ गए थे। इसी बीच चोर मंदिर परिसर में पुजारी के कमरे का ताला तोडकऱ अंदर घुस गया। उसने अटैची, दीवान, पलंग और बक्से खंगाले और उनमें रखे जेवर और रुपए समेटकर भाग गया। शाम करीब 6 बजे वह मंदिर पहुंचा तो ताले टूटे मिले। उसने फोन करके पुजारी को बताया। उन्होंने आकर देखा तो जेवर और रुपए गायब थे। फिर पुलिस को खबर दी। कुछ देर बाद पुलिस आ गई। अज्ञात चोरों पर मामला दर्ज किया।
पहाड़ पर नशेड़ी और जुआरियों का अड्डा
मंदिर से कुछ ऊंचाई पर नशेडिय़ों और जुआरियों ने भी अड्डा बना रखा है। नशेड़ी वहां स्मैक और शराब का नशा करते हैं। बदमाश किस्म के कुछ लोग वहां जुआ भी खेलते हैं। शक है इन्ही में से किसी ने इस चोरी को अंजाम दिया हो। चूंकि जंगल पडऩे से पुलिस वहां आती-जाती नहीं है।
गहनों से नवदुर्गा में होता था शृंगार
प्रशांत ने बताया शीतला माता की 4 सीतारानी, 2 सोने के हार, 2 सोने के बेसर, 2 सोने की नथ, 8 चांदी के कड़े, चांदी की पायल सहित अन्य कुछ जेवर थे।
यहां भी 50 हजार के घंटे चुराकर भागे चोर
शहर के अलावा देहात में भी चोर सक्रिय हैं। हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के चपचोली तिराहा के पास स्थित हनुमान मंदिर में भी चोरी हो गई। चोर मंदिर से वजनदार पीतल के घंटे चुराकर भाग गए। चोरी गए घंटे की कीमत करीब 50 हजार रुपए बताई जाती है। पुलंदर जाट की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात चोर पर माला दर्ज किया है।