माना जाता है कि ये देश का पहला मंदिर है जहां पूरा शिव परिवार (पार्वती, नंदी, गणेश, कार्तिकेय स्वामी) रूद्राक्ष से ही तैयार किए गए हैं। इसके लिए रूद्राक्षों को तांबे के तार में पिरोकर अपनी कल्पना के आधार पर तैयार किया है। यह मंदिर 200 वर्ष पुराना है। शिव परिवार 2002 में बनाया गया था। शिव परिवार में लगाए गए रूद्राक्ष चारमुख, पांचमुखी और छहमुखी हैं।