गौरतलब है कि गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से इस बार भी कांगे्रस के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे और यह बात न केवल वे खुद बल्कि उनकी पत्नी भी संसदीय क्षेत्र के दौरे में कह चुकी हैं। हालांकि पूर्व में यह कयास लगाए जा रहे थे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया इस सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। इन कयासों को इसलिए भी बल मिला था, क्योंकि प्रियदर्शनी का नाम शिवपुरी शहर की वोटर लिस्ट में बढ़वाया गया था। जब प्रियदर्शनी शिवपुरी सहित संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आईं तो उन्होंने खुद ही यह स्पष्टकर दिया था कि चुनाव मैं नहीं बल्कि मेरे पति ही लड़ेंगे। हालांकि इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया भी संसदीय क्षेत्रके दौरे पर आए और उन्होंने सभाओं में यही कहा कि जिस तरह से प्रदेश में सरकार बदली है, उसी तरह लोकसभा चुनाव में भी बदलाव करने के लिए आप लोग तैयार रहें। अब आगामी 24 मार्च से सांसद सिंधिया फिर अपने संसदीय क्षेत्रके दौरे पर आ रहे हैं। यानि कांग्रेस की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
इस लोकसभा सीट पर बढ़ गए इतने मतदाता,ऐसा है इसका गणित
वहीं इस संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ न केवल स्थानीय नेता बल्कि बाहर से आयातित प्रत्याशियों को भी चुनाव मैदान में उतारा। लेकिन हर बार भाजपा को शिकस्त ही मिली। पिछली बार जब देश भर में मोदी की आंधी थी, तब भी प्रदेश की 29 में से जो 2 सीट कांग्रेस जीती, उसमें गुना-शिवपुरी सीट भी शामिल रही। यही वजह है कि भाजपा को इस सीट से प्रत्याशी चयन करने में इतना समय लग रहा है। चूंकि अभी तक स्थानीय भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को यह पता ही नहीं है कि उनकी पार्टी का प्रत्याशी कौन होगा? तो वे किसके नाम पर वोट मांगने जाएं।
तैयारियों में जुटे हुए हैं कार्यकर्ता
हमारे पोलिंग बूथ कार्यकर्ता अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। उनके लिए प्रत्याशी का चेहरा जरूरी नहीं है, वे तो पार्टी के लिए काम करते हैं। भाजपा इस सीट से मजबूत प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगी। स्थानीय कार्यकर्ता तो शिवराज सिंह की मांग कर रहे हैं, साथ ही उमा भारती व प्रभात झा का भी नाम चल रहा है। किसी सिटिंग विधायक को टिकट नहीं मिलेगा, संगठन से कोई अच्छा चेहरा आएगा।
सुशील रघुवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष शिवपुरी