थर्मामीटर समेत कई मेडिकल उपकरणों की शॉर्टेज, दाम 50 से 250 रुपए तक बढ़े
ग्वालियरPublished: Feb 26, 2020 12:10:11 am
– कोरोना साइड इफेक्ट : शहर में चीन से होने वाली वस्तुओं का आयात थमा- फेस मास्क चीन भेजे जा रहे हैं इसलिए दाम तीन गुना तक बढ़े
थर्मामीटर समेत कई मेडिकल उपकरणों की शॉर्टेज, दाम 50 से 250 रुपए तक बढ़े
ग्वालियर. कोरोना वायरस का असर अब शहर के बाजारों पर दिखने लगा है। चीन से होने वाली सभी वस्तुओं के आयात रुकने से शहर में कई अहम चिकित्सा उपकरणों की शॉर्टेज हो गई है। मेडिकल उपकरण विक्रेताओं ने इनके दाम 50 से लेकर 300 रुपए तक बढ़ा दिए हैं। बुखार नापने का डिजीटल थर्मामीटर और बच्चों का बुखार नापने के काम आने वाला इंफ्रारेड थर्मामीटर दोगुने दाम पर मिल रहा है। पल्स ऑक्सीमीटर, एग्जामिनेशन ग्लब्स की कीमतों में भी तेजी हो चुकी है। ज्यादातर स्टॉकिस्ट के पास यह उपकरण खत्म हो गए हैं। जिनके पास यह उपलब्ध है वह उसे महंगा करके बेच रहे हैं। दवा उपकरण कारोबारी अनिल भटेजा ने बताया कि सारा माल चीन से ही आता है और वहां से अभी सप्लाई पूरी तरह से बंद है। शॉर्टेज के चलते ग्राहकों को भी वापस लौटाना पड़ रहा है। दामों में भी तेजी है।
इन मेडिकल उपकरणों के बढ़े दाम
उपकरण पुराने नए
डिजिटल थर्मामीटर 50-60 रुपए 90-100 रुपए
इंफ्रारेड थर्मामीटर 750-800 रुपए 1500-1600 रुपए
पल्स ऑक्सीमीटर 400 रुपए 500 रुपए
एग्जामिनेशन ग्लब्स 80-90 रुपए 140-150 रुपए
तीन रुपए में मिलने वाले मास्क की कीमत अब 15 रुपए
कोरोना वायरस के संकट के बाद शहर में मेडिकल फेस मास्क की कीमतों में बड़ा इजाफा देखा जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां से भी फेस मास्क चीन भेजे जा रहे हैं, वहीं इसकी मांग है। इंदौर, दिल्ली, रायपुर से मास्क चीन भेजे जा रहे हैं। मेडिकल उपकरण के सप्लायर अनिल भटेजा ने बताया कि दिल्ली, पुणे, इंदौर और मुंबई में बैठे उनके सप्लायर नया स्टॉक तो नहीं भेज रहे बल्कि स्थानीय बाजारों में जमा स्टॉक भी मांग रहे हैं। इसी के चलते केवल तीन रुपए में मिलने वाला टू प्लॉय व थ्री प्लॉय मास्क अब 10 से 15 रुपए में मिल रहा है। वहीं एन 95 एफडी अप्रूव्ड मास्क 100 रुपए से बढक़र 250 रुपए पर जा पहुंचा है।
दवाओं पर भी दिखने लगा असर
ग्वालियर केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन के अध्यक्ष विष्णु सिंघल का कहना है कि पेरासीटोमोल, न्यूमोसलाइट टेबलेट, एजीथ्रोमाइसिन एंटीबायोटिक जैसी दवाओं की शॉर्टेज होने के कारण इनके दाम 20 से 25 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। आगे भी यही हाल रहा तो इनके दामों में और भी तेजी देखी जा सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ खिलौना बाजार भी तेजी
शहर के इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रीकल और खिलौना बाजार में चीन से आने वाले सामान की सप्लाई ठप होने लगी है। कारोबारियों ने माल की उपलब्धता कम होने से चीनी सामानों के दामों में 20 से 25 फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी है। मप्र इलेक्ट्रीकल ट्रेडर्स ऐसोसिएशन के अध्यक्ष पारस जैन ने बताया कि इलेक्ट्रीकल सामान में अभी तक तो स्टॉक से काम चलाया जा रहा था, लेकिन आने वाले दिनों में परेशानी बढऩे वाली है। चीन से लाइटिंग का पूरा सामान आता है।