scriptगीतों की महफिल में सिंगर्स ने बिखेरे जलवे | Singers dispersed in the crowd of songs | Patrika News

गीतों की महफिल में सिंगर्स ने बिखेरे जलवे

locationग्वालियरPublished: Jan 19, 2020 10:59:34 pm

Submitted by:

Harish kushwah

ग्वालियर व्यापार मेला स्थित कला रंगमंच पर पुराने फि ल्मी गीतों की महफि ल ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। रविवार की रात कला मंदिर में जायंट्स ग्रुप ऑफ ग्वालियर और गायक कलाकार मित्र समूह के मेंबर्स ने मंच संभाला।

गीतों की महफिल में सिंगर्स ने बिखेरे जलवे

गीतों की महफिल में सिंगर्स ने बिखेरे जलवे

ग्वालियर. ग्वालियर व्यापार मेला स्थित कला रंगमंच पर पुराने फि ल्मी गीतों की महफि ल ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। रविवार की रात कला मंदिर में जायंट्स ग्रुप ऑफ ग्वालियर और गायक कलाकार मित्र समूह के मेंबर्स ने मंच संभाला। एक के बाद एक प्रस्तुति ने ऑडियंस को बांधने का काम किया। सर्द रात में भी लोग इन सिंगर्स को सुनने के लिए बेचैन नजर आए। मौका था संगीत निशा ‘ये शाम मस्तानी कार्यक्रम’ का। इस अवसर पर मेला उपाध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल, समाजसेवी भूपेंद्र जैन मौजूद थे।
पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले…

संगीत निशा की शुरुआत अतुल ने मेरे मेहबूब कयामत होगी… से की। इसके बाद सुरेश घोड़के ने छलकाए जाम… सुनाकर हर एक का दिल जीता। उत्कर्ष चौधरी ने राफ्ता-राफ्ता आंख मेरी लड़ी है… सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। बढ़ते हुए क्रम में स्वाति परमार एवं राजेंद्र भोजकर ने दिल की ये आरजू है… सुनाया। इसी प्रकार सुनील सिंह व नंदा पाटनी ने हुस्न पहाड़ों का…, पद्माकर खंडालकर ने पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले…, रौनित चौहान ने गुलाबी आंखें जो तेरी देखीं… गीतों की प्रस्तुतियां दीं। संगीत निशा कार्यक्रम में 30 गायकों ने फि ल्मी गानों से अपनी आवाज का जादू बिखेरा। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष अनिल चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष संदीप अग्रवाल मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अनुराधा घोड़के ने किया एवं आभार शरद गौतम ने व्यक्त किया।

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