बस क्षमता से अधिक भरकर चल रही थी और बस की छत पर करीब ४० लोग बैठे हुए थे। सडक़ बनने से सडक़ की ऊंचाई बढ़ गई है जिस कारण छत पर बैठा प्रोढ़ केबल की चपेट में आने के कारण सडक़ पर गिर गया। इधर, वहां के रहवासियों ने बताया कि केबल झूलने के संबंध में विद्युत वितरण कंपनी को कई बार अवगत कराया है। डबरा से सूखापठा गांव के लिए जा रही मिनी बस ओवरलोड थी बताते है कि जितनी सवारी बस के अंदर थी उतनी की करीब संख्या में सवारी छत पर बैठे हुए थी। अभी यह बस कल्याणपुर वार्ड क्रं.१ के पास पहुंची थी कि वहां से निकली विद्युत केबल की चपेट में छत पर बैठे हल्लूराम (५०) पुत्र मनिराम शाक्य निवासी सूखापठा आ गया है और इस दौरान वह बस की छत के ऊपर से बनी आरसीसी सडक़ पर जा गिरा जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई और मौके पर ही मौत हो गई।
मौके पर पहुंची पुलिस सूचना मिलने पर पिछोर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी ली। इस दौरान चालक भाग गया और बाद में पुलिस ने सवारियों को बस से उतार कर बस को थानें में खड़ा करवाया। जिससे यात्री परेशान हुए। इधर, वहां के रहवासी दीपक जाटव, भगवान सिंह और वृंदावन ने बताया कि सडक़ बनने से सडक़ की ऊंचाई बढऩे के कारण केबल नीचे आ गई है। झूलती केबल के संबंध में कई बार कंपनी को अवगत कराया है।
ओवरलोड वाहनों पर नहीं लग रहा अंकुश काफी प्रयासों के बाद भी ओवरलोड वाहनों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। जिसकी वजह थानों में हर माह एंट्री फीस के नाम से शुल्क जमा कराया जाना है। जिसे लेकर बस संचालक यातायात नियमों की भी धज्जियां उड़ाते हुए थानों के सामने से निकलते है। जिस ओर पुलिस की अनदेखी बनी रहती है।