शहर के हालात सितंबर से भी ज्यादा खराब, तीसरे शतक की ओर पहुंचा संक्रमण
- 298 मरीजों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव, 1 ने तोड़ा दम
- सीआरपीएफ के तेरह पॉजिटिव
- दूसरा टीका लगवाने के बाद भी हुए संक्रमित

ग्वालियर. अप्रेल महीने की शुरूआत से ही संक्रमण ने रौद्र रूप धारण करना शुरू कर दिया है। पहले दिन से ही आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया था। लेकिन पिछले कुछ दिनों से तो हालात और ज्यादा बेकाबू हो रहे हैं। गुरुवार को आई रिपोर्ट ने तो स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन में हड़कंप पैदा कर दिया। 298 मरीजों को एक ही दिन में कोरोना संक्रमण से अब खौफ और ज्यादा बढ़ गया है। कोरोना काल में अभी तक सबसे ज्यादा संख्या सितंबर महीने में 267 तक पहुंच गई थी। अगर यही रफ्तार रही तो संक्रमण का आंकड़ा चार सौ के आसपास पहुंचने में देर नहीं लगेगी।
अब हालात यह है कि हर दिन संक्रमण का आंकड़ा 50 से ज्यादा बढ़ रहा है। गुरुवार को 2124 सैंपलों में से 298 पॉजिटिव आए हैं। दो घर में 9 सदस्य संक्रमित, बलबंत नगर निवासी एक भी घर से तीन संक्रमित निकले हैं। इन सभी ने बुखार आने पर जांच कराई थी। इसी तरह आदित्यपुरम निवासी एक ही कमरे में कराए से रहने वाले तीन छात्र संक्रमित निकले हैं। इन सभी छात्रों को पिछले एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। इसके साथ गुरुवार को कई परिवार के दो से तीन सदस्य पॉजिटिव हुए हैं।
दूसरा टीका लगवाने के हुए संक्रमित
निजी अस्पताल में पदस्थ व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आए हैं। चिकित्सक 3 मार्च को कोरोना से बचाव के लिए दूसरा टीका भी लगवा चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी संक्रमण से नहीं बच पाए। चिकित्सक का कहना है कि उन्हें कोरोना के हल्के लक्षण ही हैं, इसलिए होम आइसोलेट होकर उपचार ले रहे हैं। संक्रमित डॉक्टर ने ओपीडी में की ड्यूटी जेएएच के सर्जरी विभाग में पदस्थ जूनियर डॉक्टर को संक्रमण की पुष्टि हुई है। चिकित्सका ने जुखाम होने के चलते जांच कराई तो संक्रमण का पता चला। चिकित्सक का कहना है कि उन्होंने गुरुवार को ओपीडी में ड्यूटी भी की है। इस दौरान उन्होंने कई मरीजों का परीक्षण भी किया है। वहीं चिकित्सक कोरोना का पहला टीका भी लगवा चुके हैं।
सीआरपीएफ के तेरह पॉजिटिव
सीआरपीएफ पनिहार में संक्रमण तेजी से फैल गया है। जहां एक साथ 13 जवान पॉजिटिव आए हैं। इन जवानों को दूसरी जगह जाना था। इसको देखते हुए कोरोना की जांच कराई। जिसमें इतनी अधिक संख्या में लोग संक्रमित निकले हैं। इन लोगों में से कुछ पहले भी पॉजिटिव आ चुके हैं। इसमें तीन महिला प्रशिक्षु और 9 पुरुष प्रशिक्षु शामिल हैं। इतना ही नहीं यह आठ प्रशिक्षु झारखण्ड से आए हैं और तीन कर्नाटक व एक जमशेदपुर से पिछले दिनों ही आए हैं। इन सभी प्रशिक्षु को कोरोना के लक्षण होने के चलते जांच कराई गई थी। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पॉजिटिव आने के बाद अब यहां पर अन्य लोग भी संकट में आ गए हैं।
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