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शहर सोलर स्ट्रीट लाइट से होगा रोशन मगर कैसे? खंभे लगे लेकिन प्लेटें गायब

locationग्वालियरPublished: Jan 06, 2019 01:36:14 am

नगर निगम प्रशासन द्वारा सोलर ऊर्जा के तहत सोलर पैनल की स्ट्रीट लाइटें लगवाए जाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। जिसका विधिवत ठेका भी दिया गया, लेकिन ठेकेदार द्वारा मुख्य मार्गों पर बिजली के खंभे और फ्रेंम लगवाकर काम बीच में ही अधूरा छोड़ दिया गया है।

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शहर सोलर स्ट्रीट लाइट से होगा रोशन मगर कैसे? खंभे लगे लेकिन प्लेटें गायब

ग्वालियर.शहर के मुख्य मार्गों को रात में रोशन किए जाने और वाहन चालकों की सुविधा को लेकर नगर निगम प्रशासन द्वारा सोलर ऊर्जा के तहत सोलर पैनल की स्ट्रीट लाइटें लगवाए जाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। जिसका विधिवत ठेका भी दिया गया, लेकिन ठेकेदार द्वारा मुख्य मार्गों पर बिजली के खंभे और फ्रेंम लगवाकर काम बीच में ही अधूरा छोड़ दिया गया है। जयेन्द्रगंज क्षेत्र में हालात यह बने हुए हैं कि वर्तमान में केवल खंभे लगे हुए हैं और खंभों के ऊपर सोलर पैनल की प्लेटें अभी तक नहीं लगी हैं। उधर, रेसकोर्स रोड पर लगवाई गईं स्ट्रीट लाइटें केवल विज्ञापन का साधन बनकर रह गई हैं। क्योंकि खंभों पर लगी स्ट्रीट लाइटों में से आधी ही स्ट्रीट जलती हैं, फिर भी नगर निगम प्रशासन द्वारा इस संबंध में अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बिजली का बिल होगा कम

शहर के मुख्य मार्गों पर लगीं पुरानी स्ट्रीट लाइटों का बिल नगर निगम प्रशासन द्वारा 85 लाख का भरा जाता है। बिजली के बिल को कम करने के लिए शहर के 7 मुख्य मार्गों नदीगेट से जयेंद्रगंज रोड, शिल्प बाजार, कृष्णा नगर, पड़ाव से सिंधिया गल्र्स स्कूल, गोला का मंदिर से पिंटो पार्क, श्याम वाटिका से हजीरा, हेमसिंह परेड से सिकंदर कंपू व अचलेश्वर रोड से हॉस्पिटल तिराहा तक की रोड पर सौर ऊर्जा लाइट लगवाए जाने की मंजूरी दी गई।
काम को बीच में ही अधूरा छोड़ दिया

सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के तहत नदी गेट से जयेंद्रगंज रोड पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए काम भी शुरू हो चुका है। ठेकेदार द्वारा डिवाइडर पर पोल लगाने के लिए गड्ढे भी करवाए गए, साथ ही स्ट्रीट लाइटों को जलाने के लिए सोलर पैनल की प्लेट भी लगवानी थीं, लेकिन संबंधित ठेकेदार द्वारा काम को बीच में ही अधूरा छोड़ दिया गया, जिसके चलते प्रोजेक्ट के तहत लगवाए गए स्ट्रीट लाइटों के खंभों और सोलर पैनल की प्लेटों की देखरेख नहीं की गई, जिससे वर्तमान में खंभों पर फ्रेम ही लगी हैं, जिसको लेकर निगम प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही संबंधित ठेकेदार को निर्देशित कर प्रोजेक्ट के तहत स्ट्रीट लाइटों को सही तरीके से लगवाए जाने के संबंध में कोई प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि करोड़ों रुपए का भुगतान भी कर दिया गया है।

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