पुलिस के मुताबिक एम-4 साइट नंबर एक, सिटीसेंटर निवासी विजय शिवहरे के साथ दानाओली निवासी योगेश बंसल ने धोखाधड़ी की है। विजय दाल बाजार में व्यवसाय करते हैं, उन्होंने बताया कि योगेश को करीब 10 साल से जानते हैं, वह उनसे पेठे के लिए शक्कर और अन्य सामान लेता है।
कुछ समय तक वह पैसे देता रहा, बाद में उधारी करने लगा, करीब 25 लाख की उधारी हो गई। रकम देने को कहा तो बोला कि फालका बाजार में उसकी मल्टी बन रही है, ग्राउंड फ्लोर का हिस्सा उन्हें बेच देगा।
सौदा तय होने पर 13 दिसंबर 2018 को योगेश को 45 लाख रुपए देकर अनुबंध कर लिया। उसने एक साल में रजिस्ट्री करने का वादा किया था, उससे कई बार रजिस्ट्री करने को कहा, लेकिन वह टालता रहा।
गत 24 जनवरी को आखिरी बार उससे बात हुई, इसके बाद वह अपने घर में ताला लगाकर परिवार सहित भाग गया। मोबाइल पर बात हुई तो बोला जल्द पैसे चुका दंूगा। इसके बाद मोबाइल भी बंद कर लिया। परेशान होकर विजय ने इंदरगंज थाने में योगेश बंसल पर मामला दर्ज कराया।
कई बैंकों से ले रखा है कर्ज
इस मकान के नाम पर योगेश ने कई बैंकों से कर्ज लिया है। मकान पर सेंट्रल बैंक शाखा तुरारी और केनरा बैंक का नोटिस चस्पा है। विजय ने पता किया तो मालूम चला कि उसने इन बैंकों से कर्ज ले रखा है।
तीन व्यापारियों से एक करोड़ ठगे योगेश ने सिर्फ विजय से ही ठगी नहीं की है, बताया जाता है वह शहर के 3 अन्य व्यवसाई से भी इसी मकान के एवज में एक करोड़ से ज्यादा रकम ठग चुका है। वह भी उसे ढंूढ रहे हैं।
जिन लोगों ने रकम के लिए दबाव बनाया उन्हें नोटिस दिलवाए योगेश ने कई लोगों से ठगी की है, जब वह लोग रकम के लिए दबाव बनाने लगे तो इसने उन लोगों को वकील से नोटिस दिलवा दिए। बताया जाता है कि 37 लोगों को नोटिस दिए गए हैं।
संपत्ति खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान
एडवोकेट संजय शर्मा का कहना है कि संपत्ति खरीदते समय सजग रहना चाहिए। संपत्ति का अनुबंध करते समय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति निकलवानी चाहिए। अगर संपत्ति गिरवी है या दूसरे को भी बेची गई है तो वह उससे संपर्क कर सकता है। दूसरा रजिस्ट्री करते वक्त विक्रय पत्र में लिखवाना चाहिए कि अगर संपत्ति में कोई गड़बड़ी होती है तो विक्रेता मय ब्याज के रकम अदा करेगा, क्योंकि रजिस्ट्री के समय विक्रेता लिखकर देता है संपत्ति न तो गिरवी है, न ही किसी और को बेची गई है।
एडवोकेट संजय शर्मा का कहना है कि संपत्ति खरीदते समय सजग रहना चाहिए। संपत्ति का अनुबंध करते समय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति निकलवानी चाहिए। अगर संपत्ति गिरवी है या दूसरे को भी बेची गई है तो वह उससे संपर्क कर सकता है। दूसरा रजिस्ट्री करते वक्त विक्रय पत्र में लिखवाना चाहिए कि अगर संपत्ति में कोई गड़बड़ी होती है तो विक्रेता मय ब्याज के रकम अदा करेगा, क्योंकि रजिस्ट्री के समय विक्रेता लिखकर देता है संपत्ति न तो गिरवी है, न ही किसी और को बेची गई है।