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हस्त्र नक्षत्र में कल मनेगा गंगा दशहरा पर्व, गायत्री जयंती और रामेश्वर प्रतिष्ठा दिवस का विशेष संयोग भी

locationग्वालियरPublished: Jun 11, 2019 12:52:12 am

Submitted by:

Rahul rai

गंगा दशहरा पर्व पर गायत्री पूजन, भगवान महादेव का रूद्राभिषेक, गंगा पूजन एवं भगवान विष्णु का पूजन भी किया जाएगा

Ganga Dashwara

हस्त्र नक्षत्र में कल मनेगा गंगा दशहरा पर्व, गायत्री जयंती और रामेश्वर प्रतिष्ठा दिवस का विशेष संयोग भी

ग्वालियर।मां गंगा का अवतरण दिवस गंगा दशहरा पर्व बुधवार 12 जून को मनाने की तैयारियां मंदिर, मठों एवं धार्मिक स्थलों पर कर ली गई हैं। इस दिन घरों में मां गंगा की पूजा-अर्चना अभिषेक होंगे। ये महापर्व हस्त्र नक्षत्र में मनेगा। इस दिन गायत्री जयंती, भगवान रामेश्वर प्रतिष्ठा दिवस और गंगा दशहरा पर्व का विशेष संयोग रहेगा।
गंगा दशहरा पर्व पर गायत्री पूजन, भगवान महादेव का रूद्राभिषेक, गंगा पूजन एवं भगवान विष्णु का पूजन भी किया जाएगा। घरों में गंगा दशहरा पर्व पर सत्यनारायण कथा, सुंदरकांड पाठ, अखंड रामचरित मानस पाठ जैसे धार्मिक आयोजन होंगे।
इस दिन विवाह का विशेष मुहूर्त रहेगा। शहरभर में विवाह सम्मेलन कराए जाएंगे। ज्योतिषाचार्य डॉ. दीपक गोस्वामी ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन यदि कोई व्यक्ति गंगा स्नान करता है तो उसके जीवन में आने वाले कष्ट व दु:खों का हरण होता है। क्योंकि गंगा जी पापमुक्त दात्री देवी हैं। इसलिए पाप कट जातेे हैं। जो लोग गंगा स्नान नहीं कर सकते हैं वह जल में गंगाजल, तुलसी-पत्र, शमी-पत्र और दूर्वा मिलाकर अपने घर में ही स्नान करें, इससे पुण्य लाभ प्राप्त होता है। इससे रोग, दोष संताप और घर की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही यदि एक लोटा जल में गंगाजल मिलाकर देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ पर चढ़ाया जाए तो घर में लक्ष्मी जी का स्थान वास होता है।
गंगा स्नान से मिलती 10 दोषों से मुक्ति
ज्योतिषाचार्य गोस्वामी ने बताया कि गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान एवं गंगा जी का ध्यान करने से मनुष्य के 10 तरह के दोष से मुक्ति मिलती है। जिसमें काम, क्रोध, मोह, लोभ, ईष्र्या, मत्सर, ब्रह्म, हत्या, छल, कपट और परनिंदा जैसे पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दिन गंगा स्नान करने से अकारण जीवों को कष्ट पहुंचाने अवैध संबंध तथा असत्य बोलने व धोखा देने से जो पाप व्यंिक्त पर लगता है, उससे भी मुक्ति मिल जाती है।
नीलकंठ के दर्शन माने जाते हैं शुभ
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमीं तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना भी शुभ माना जाता है।

गंगा स्नान के समय इन मंत्रों करें जाप
गंगा दशहरा पर्व पर मां गंगा में डुबकी लगाकर स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है जातक जब मां गंगा में डुबकी लगाए तो उस समय मां गंगा को स्मरण करते हुए मंत्रों का जाप करें।
– विष्णु पादध्र्य सम्भूत गंगे त्रिपथ्ज्ञ गामिनी, धर्मद्रवीति विख्याति पापं में हर जाह्नवी।
-ओम नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यौ नमो नम:

गंगा स्नान के समय इन मंत्रों का करें जाप
गंगा दशहरा पर्व पर गंगा में डुबकी लगाकर स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। जातक जब गंगा में डुबकी लगाए तो उस समय मां गंगा को स्मरण करते हुए मंत्रों का जाप करें।
ठ्ठ विष्णु पादध्र्य सम्भूत गंगे त्रिपथ्ज्ञ गामिनी, धर्मद्रवीति विख्याति पापं में हर जाह्नवी।
ठ्ठ ओम नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यौ नमो नम:
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