देर रात तक बांधा समां बृजेश वैष्णव ने हम तुम्हे चाहते हैं ऐसे… के साथ की। इसके बाद सचिन जैन ने ऐसे न मुझे तुम देखो… सुनाया। मंच पर आईं मनीषा जैन ने प्यार दो प्यार लो… सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध दिया। तुलसी श्रीवास्तव ने अजीब दास्तां है ये… पेशकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। इसी क्रम में संजय धूपर ने मझे दुनिया वालों शराबी न समझो…, जितेन्द्र कुमार ने शहर में गांव में…, सीमा खंडेलवाल ने किस लिए तुम्हे प्यार…, राकेश खंडेलवाल ने पल-पल दिल के पास कोई रहता है…, नवीन शर्मा ने जिंदगी प्यार का गीत है…, रेखा गोयल ने कौन है जो सपनों में आया…, राजेन्द्र श्रीवास्तव ने किसी पत्थर की मूरत से… सुनाकर माहौल को खुशनुमा बनाया। कार्यक्रम का सिलसिला यहीं नहीं थमा। अन्य कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुति दी।