scriptकोरोना काल में कॅरियर पर लगा ब्रेक, तो शुरू किया स्टार्टअप | Started a career break in the Corona era, then started startup | Patrika News

कोरोना काल में कॅरियर पर लगा ब्रेक, तो शुरू किया स्टार्टअप

locationग्वालियरPublished: Sep 23, 2020 11:48:05 am

Submitted by:

Mahesh Gupta

‘जस्टस्टेÓ से जुड़े देशभर के युवा, ग्वालियर के हरीश और भोजराज का इनिशिएटिव

कोरोना काल में कॅरियर पर लगा ब्रेक, तो शुरू किया स्टार्टअप

कोरोना काल में कॅरियर पर लगा ब्रेक, तो शुरू किया स्टार्टअप

ग्वालियर.
जीवन में उतार चढ़ाव आना आम बात है। कई लोग इस आपाधापी में अपना हौसला खो देते हैं, तो कई उसमें ही अवसर ढूंढ़ निकालते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया शहर के युवा हरीश रावत और भोजराज सिंह ने। कोरोना काल में जब उनका ट्रेवल का बिजनेस डाउन हुआ तो उन्होंने खाली समय को युटिलाइज करते हुए एक ऐसा ऐप तैयार किया, जो अपने आपमें अनोखा है। इस ऐप ‘जस्टस्टेÓ के माध्यम से लोगों को होटल बुक करने पर न सिर्फ अच्छी सर्विस मिलेगी, बल्कि वह अर्निंग भी कर पाएंगे। इस ऐप से अभी तक देशभर के 100 से अधिक होटल्स जुड़ चुके हैं, जिनमें कई मेट्रो सिटीज को कवर किया गया है। साथ ही देशभर के युवाओं को कोरोना काल में रोजगार देने का काम किया है। इस समय ग्वालियर में 15 युवाओं की टीम काम कर रही है।
मात्र 1100 रुपए से शुरू किया बिजनेस
युवाओं ने यह स्टार्टअप मात्र 1100 रुपए में लगभग तीन माह पहले शुरू किया। इतने कम समय में होटल्स की अच्छी सर्विस को देखते हुए अब तक काफी संख्या में लोग जुड़ चुके हैं। हरीश और भोजराज का कहना है कि देशभर में होटल्स प्रोवाइड कराने के सैकड़ों ऐप चल रहे हैं, लेकिन हमारा स्टार्टअप ‘जस्टस्टेÓ सभी से डिफरेंट है, जिससे न ही कभी होटल मैनेजमेंट को दिक्कत आएगी और न ही कभी यूजर्स को। इसकी प्लानिंग हम बेहतर तरीके से कर रहे हैं। हमारी टीम रात 3 बजे तक वर्क करती है, ताकि हम यूजर्स को सर्टिस्फाई कर सकें।
‘रेफर अर्न कॉन्सेप्टÓ पर तैयार किया ऐप
यह ऐप ‘रेफर अर्न कॉन्सेप्टÓ पर तैयार किया गया है। यानि लोग लांग टर्म तक हर बुकिंग में फायदा ले सकते हैं। यह कॉन्सेप्ट देश का पहला है, जिसमें पहले व्यक्ति से लेकर आखिरी व्यक्ति के वॉलेट में अर्निंग होगी। हरीश और भोजराज का कहना है कि अभी हम भले ही शून्य पर हैं, लेकिन आने वाले समय में हम अपनी सुविधा के बल पर देश के टॉप ऐप से आगे निकलेंगे।

कस्टमर्स को प्रॉब्लम हुई, तो तैयार कर लिया खुद का ऐप
हरीश ने बताया कि कोरोना के पहले तक मेरा ट्रेवल एजेंसी का बिजनेस था। इसमें हम टूरिस्ट के लिए होटल्स फैसिलिटी भी देते थे। लेकिन कई बार हमारे कस्टमर्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी। कभी उन्हें चेकइन नहीं मिला, तो कभी एकाउंट से रिलेटेड प्रॉब्लम आई। इस पर मैंने विशेष सुविधा शुरू करने की सोची। भोजराज ने बताया कि एक बार मैंने एक ऐप के माध्यम से होटल बुक किया, लेकिन जब वहां पहुंचा तो रूम के रेट को लेकर इश्यू फंस गया। तब मुझे कहीं और शिफ्ट होना पड़ा। इस पर मेरे दिमाग में एक ईजी सर्विस का विचार आया और मैंने व हरीश ने मिलकर यह ऐप तैयार किया।

ट्रेंडिंग वीडियो