सुबह नौकरी शाम को आरकेस्ट्रा
संजय ने इंजीनियरिंग कम्पलीट करने के बाद रीवा में टेक्लीकम्युनिकेशन इंजीनियर की नौकरी मिली। लेकिन उनका मन नहीं भरा, तब वे नौकरी के साथ ही मुकेश एंड मुकेश ग्रुप से जुड़ गए और सिंगिंग करने लगे। फिर गुडग़ांव में जॉब करने लगे, तो अपनी आवाज के दम पर आदिल म्यूजिक स्टूडियो से जुड़ गए। फिर रोहतक में बिंदल आरकेस्ट्रा ज्वॉइन किया। 1988 में वे ग्वालियर आ गए। तब वह एमपी टेलिंग क्वालिटी में रहे, जिसे 2003 में छोड़ दिया। तब से 2016 तक विभिन्न म्यूजिकल ग्रुप से जुड़कर परफॉर्म किया। इसके बाद खुद का श्यामा म्यूजिकल ग्रुप बनाया, जिसमें लगभग 70 मेंबर्स एक्टिव हैं।
ऑफिस में बनाया स्टूडियो
संजय खाली समय में सिंगिंग करते हैं। इसके लिए उन्होंने अपने ऑफिस में ही एक स्टूडियो तैयार किया है, जिसमें 8 लाख रुपए खर्च किए हैं। सिंगिंग से जुड़े सभी इंस्ट्रुमेंट 4 लाख रुपए के खरीदे हैं, जिसका वह अपने स्टूडियो के साथ ही प्रोग्राम में भी यूज करते हैं। उनका यूट्यूब पर चैनल है, जिसके 5000 से अधिक फॉलोवर हैं। हर एक गाने की रिकॉर्डिंग और उसकी मिक्सिंग स्वयं करते हैं।
शहर और बाहर लेते हैं मोटिवेशनल क्लासेस
संजय शहर वह बाहर भी मोटिवेशनल क्लासेस लेते हैं। वह अभी तक 200 से अधिक प्रोग्राम कर हजारों लोगों को मोटिवेट कर चुके हैं। वह मुख्य रूप से एलआइसी, स्कूल, कॉलेज, पुलिस डिपार्टमेंट, आर्मी को अटेंड करते हैं।