परिवहन प्रशिक्षण अकादमी के लिए एक साल पहले शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। स्वीकृति मिलते ही जमीन की नापतोल भी शुरू हो गई थी। इसके बाद एक हजार बिस्तर के अस्पताल के लिए पॉटरीज की जमीन के साथ ही परिवहन विभाग की जमीन लेने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जाने से अकादमी का प्रोजेक्ट खटाई में आ गया है।
ग्वालियर शहर में परिवहन प्रशिक्षण अकादमी बनाने के लिए अफसरों ने काफी दौड़ भाग की और प्रोजेक्ट पर होम वर्क शुरू कर दिया था। इस अकादमी में प्रशिक्षणार्थियों के लिए हॉस्टल, ट्रेनिंग रूम, मैस, क्लब, स्पोटï्र्स ग्राउंड की सुविधाएं होंगी। वहीं कंपू स्थित आरटीओ कार्यालय से फिटनेस कार्यालय, ड्राइविंग कार्यालय को बायपास हाइवे के पास स्थित नए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में शिफ्ट किए जाने के बाद इसे अकादमी के रूप में परिवर्तित किया जाना था। यह 6 हैक्टेयर जमीन है, जो परिवहन अकादमी के लिए उपयुक्त बताया जाता है। यह जमीन परिवहन विभाग से जिला प्रशासन के अधिकारी अस्पताल के लिए मांग रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग इस जमीन को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है।
पीआइयू ने प्रोजेक्ट के लिए मांगी थी राशि
परिवहन विभाग द्वारा पीआइयू को जल्द ही प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए बुलाया जाएगा। ड्रॉइंग तैयार कराने के लिए कई बार परिवहन अफसर व पीआइयू के अधिकारियों ने दौड़ भाग की। अकादमी भवन के लिए पीआइयू अफसरों ने खर्च की भी राशि निर्धारित कर दी थी। इसके बाद जैसे ही अस्पताल के लिए जमीन के अधिग्रहण की बातचीत शुरू हुई, अफसरों ने हाथ पीछे खींचना शुरू कर दिए।
जमीन के बदले जमीन मांगी है
परिवहन प्रशिक्षण अकादमी को लेकर पूरी तैयारी है। कंपू स्थित आरटीओ कार्यालय की जमीन अस्पताल के लिए प्रशासन मांग रहा है। इस मामले में संभागीय आयुक्तबीएम शर्मा को पत्र लिखकर जमीन के बदले जमीन की मांग रखी जाएगी।
डॉ.शैलेंद्र श्रीवास्तव, परिवहन आयुक्त
जमीन खाली करने को कहा है
एक हजार बिस्तर के अस्पताल के लिए जो जमीन निर्धारित की गई है, परिवहन विभाग को वह जमीन खाली करने के लिए कहा गया है, जल्द ही वह जमीन अस्पताल के निर्माण के लिए मिल जाएगी।
बीएम शर्मा, संभाग आयुक्त