एक नजर
-2012 में नैनीताल से ग्वालियर लाई गई थी मादा भालू डायना।
-चिडिय़ाघर में सबसे वृद करीब 41 वर्ष का था मृत भालू।
-एक जुलाई 2022 से खाना पीना छोड़ दिया था डायना ने।
- चिडिय़ा घर में अभी पांच भालू हैं इनमें तीन देशी एक जोड़ा और एक नर बच्चा व एक जोड़ा हिमालयन है।
-प्रदेश की सबसे वृद्द मादा भालू थी डायना।
चिडिय़ाघर में लाया जाएगा भालू व टाइगर
वृद्द मादा भालू (डायना) की मौत के बाद अब जल्द ही चिडिय़ा घर में एक मादा भालू लाया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है और जल्द ही उसे केंद्रीय दल दिल्ली को भेजा जाएगा। इसके साथ ही रीवा चिडिय़ाघर से भी एक टाइगर को लाया जाएगा। इसके लिए ग्वालियर से रीवा को एक टाईगर को ब्लड लाइन परिवर्तन के लिए दिया जाएगा। अभी चिडिय़ाघर में सात टाइगर हैं इसमें तीन सफेद सहित दो अन्य जोड़ा है।
मादा भालू डायन प्रदेश की सबसे उम्रदराज भालू थी। वैसे भालू की उम्र 25 से 30 वर्ष होती है। लेकिन अच्छी देखभाल करने के चलते यह 41 वर्ष तक जी चुकी है। अन्य प्रदेशों में भालू 43 वर्ष की उम्र तक जीते हैं।
डॉ उपेंद्र यादव, चिडिय़ाघर प्रभारी