क्रेशर संचालक संघ का आरोप था कि स्टील प्लांट में कोई भी लोकल व्यक्ति नौकरी पर नहीं है। जबकि क्रेशर में लोकल लोग काम कर रहे है। काम करने वालों के लिए कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। मजदूरों ने बताया कि काम करने के दौरान धूल से बचने के लिए कपड़ा बांध लेते हैं, लेकिन संचालकों का उन मजदूरों के स्वास्थ्य की चिंता पर ध्यान नहीं है। मास्क तक की व्यवस्था नहीं की गई है ना ही उनका नियमित चेकअप होता है। निरीक्षण के दौरान टीम ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
मंत्री के ज्ञापन के दूसरे दिन कार्रवाई
बिलौआ में संचालित क्रशरों से फैलने वाले प्रदूषण को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने 9 दिसंबर को दिए ज्ञापन के पालन में यह कार्रवाई की गई। संचालित क्रशरों से फैलने वाले प्रदूषण से जनमानस के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ज्ञापन के अगले दिन कलेक्टर अनुराग चौधरी ने आदेश जारी करते हुए आगामी आदेश तक के लिए बिलौआ में संचालित सभी क्रशरों के लायसेंस निलंबित कर दिए हैं।
बिलौआ में संचालित क्रशरों से फैलने वाले प्रदूषण को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने 9 दिसंबर को दिए ज्ञापन के पालन में यह कार्रवाई की गई। संचालित क्रशरों से फैलने वाले प्रदूषण से जनमानस के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ज्ञापन के अगले दिन कलेक्टर अनुराग चौधरी ने आदेश जारी करते हुए आगामी आदेश तक के लिए बिलौआ में संचालित सभी क्रशरों के लायसेंस निलंबित कर दिए हैं।