पथराव के दौरान एएसपी राजेश दंडोतिया घायल हो गए। उनके पैरों में पत्थर लगने से गंभीर चोटें आई हैं। इधर प्रशासन ने शिला पटि्टका को चारों ओर टीन से ढंक दिया है. यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है इसके बाद भी इलाके में तनाव बना हुआ है। मौके पर एडीशनल एसपी हितिका वासल, एएसपी सत्येंद्र सिंह तोमर, सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार, आदि पहुंचे थे.
इससे पहले हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने विवाद का कारण बनी शिला पट्टिका को ढंक कर रखने का आदेश दिया. कोर्ट ने सम्राट मिहिर भोज की जाति मामले में कमिश्नर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का आदेश भी दिया. कमेटी की रिपोर्ट आने तक शिला पटि्टका ढंकी रखी जाएगी. कोर्ट ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की भी उम्मीद जताई है। इस मामले में अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी।
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सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर उठे विवाद में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी. सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर दो समाज में विवाद होने से शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही थी. कोर्ट ने सभी का पक्ष सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. शनिवार को कोर्ट ने अपना आदेश सुना दिया.
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इस मामले में प्रशासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता ने बताया कि नगर निगम ने प्रतिमा लगाने का जो प्रस्ताव पास किया, उसमें केवल सम्राट मिहिर भोज ही लिखा गया है। क्षत्रिय समाज के अधिवक्ता सुरेश अग्रवाल ने भी कहा कि सम्राट मिहिर भोज ही लिखा जाना चाहिए। इस नाम पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है।