इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन, डेंटल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन के अलावा डॉक्टरों के अन्य संगठन हडताल में शामिल रहे। जिला प्रशासन हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखे रहा। एडीएम संदीप केरकेट्टा दिन में जेएएच के हालात देखने पहुंचे। उनके साथ जेएएच अधीक्षक डॉ.अशोक मिश्रा भी थे। ओपीडी में सामान्य स्थिति होने पर वे अस्पताल का निरीक्षण कर लौट गए। सीएमएचओ डॉ.एसके वर्मा जिला चिकित्सालय सहित अन्य अस्पतालों में निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं न बिगड़ें इसके लिए होम्योपैथिक एवं आयुर्वेदिक डॉक्टरों को बुला लिया गया था। उनसे कहा गया था कि सामान्य मरीज को दवाएं दें, यदि किसी की स्थिति ठीक नहीं है तो उसे जयारोग्य चिकित्सालय रैफर कर दें। यहां दोपहर 12 बजे के बाद सभी डॉक्टर काम पर आ गए।
अस्पताल अधीक्षक डॉ.अशोक मिश्रा ने बताया कि प्रतिदिन 30 से 40 ऑपरेशन होते थे, वहां हड़ताल के दौरान केवल 8 इमरजेंसी ऑपरेशन किए गए। इस दौरान 174 मरीजों को भर्ती किया गया, जबकि प्रतिदिन 250 से 300 मरीज भर्ती होते हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.नीरज शर्मा ने बताया कि एसोसिएशन के आह्वान पर सभी डॉक्टरों ने अपना काम बंद रखा। बड़े निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गईं, सामान्य रूप से चलने वाली ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं बैठे। उन्होंने कहा 24 घंटे की उनकी हड़ताल 18 जून को सुबह 6 बजे तक जारी रहेगी। डॉ. शर्मा ने कहा कि एसोसिएशन ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि नेशनल मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट शीघ्र बनाया जाए, जिससे सभी डॉक्टर भय मुक्त होकर पीडि़त मानवता की सेवा कर सकें।
जयारोग्य चिकित्सालय में सुबह सभी वरिष्ठ डॉक्टर धोबी घाट पर एकत्रित हुए और कोलकाता में हुई घटना की निंदा की। जेएएच की ओपीडी में न तो सीनियर डॉक्टर बैठे, न ही जूनियर डॉक्टर, इस कारण सारा भार कैजुअल्टी पर आ गया था। डीन डॉ.भरत जैन के निर्देश पर कैजुअल्टी प्रभारी डॉ.अशोक बोहरे ने सभी डॉक्टरों को बुला लिया था। ओपीडी के सभी मरीजों को कैजुअल्टी के डॉक्टरों ने देखकर दवाएं दिलवाईं। इस दौरान कैजुअल्टी के 12 डॉक्टरों तथा आरएमओ ने सभी मरीजों को देखा।
हड़ताल के दौरान ओपीडी की व्यवस्थाएं देखने पहुंचे अस्पताल अधीक्षक डॉ.मिश्रा का कैजुअल्टी प्रभारी अशोक बोहरे के साथ विवाद हो गया। मिश्रा उन्हें धन्यवाद देने के लिए गए थे कि वे व्यवस्थाएं ठीक से चला रहे हैं, लेकिन किसी बात पर विवाद हो गया। कैजुअल्टी में कुछ जरूरतों के पूरा नहीं होने से वे नाराज थे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर हड़ताली डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज से शाम 6 बजे एकता मार्च निकाला। यह मार्च मेडिकल कॉलेज से प्रारंभ होकर एमएलबी कॉलेज के सामने थीम रोड पर तिरंगा झंडा स्थल पर पहुंच कर समाप्त हुआ। आईएमए के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.राकेश रायजादा ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं ने रैली में आकर अपना समर्थन व्यक्त किया है, वह दर्शाता है कि डॉक्टरों पर हमले से सभी आहत हैं। रैली में रोटरी क्लब, लायंस क्लब, होम्योपैथी डॉक्टर भी शामिल हुए। इस दौरान डॉ. एसआर अग्रवाल, डॉ.वीणा अग्रवाल, डॉ.रीता मिश्रा, डॉ.ओएन कौल, डॉ.रत्ना कौल, डॉ.एनएन लाहा, डॉ.मुकुल तिवारी, डॉ.पुरेन्द्र भसीन, डॉ.प्रियंवदा भसीन, डॉ.अशोक बांगा, डॉ.सुनील अग्रवाल, डॉ.आरएस डालमिया, डॉ.मोनिका जैन, डॉ.अमिल शर्मा आदि उपस्थित थे।