छात्रों का कहना था कि शराब की दुकान के कारण कॉलेज के बाहर शराबियों का जमघट लगा रहता है। पूर्व में आंदोलन किया जा चुका है लेकिन छात्रों की पढ़ाई पर शराब व्यवसाई भारी साबित हो रहा है। प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए छात्र प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रबंधन ने कॉलेज के पास में केंटीन और फोटोकॉपी जैसी जरूरत की दुकानों को छोडकऱ परिसर से लगी शराब की दुकान को शह दे रखी है। लगातार प्रदर्शन और जाम के बीच छात्रों से बात करने के लिए एसडीएम प्रदीप तोमर और एएसपी सत्येन्द्र सिंह और समस्याओं के निराकरण करने के आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा कि अगले सत्र में शराब की दुकान यहां नहीं रहेगी। एसडीएम से मिले आश्वासन के बाद छात्रों ने जाम खोल दिया। इस दौरान एबीवीपी के अनमोल व्यास, सूरज दीक्षित, रोहित सोनी, अमन वैसांदर, शिवाजीत तोमर, गौरव मिश्रा, शिवम अरेले, नितिन भार्गव आदि मौजूद थे।
यह हैं छात्रों की मांगे
-महाविद्यालय की दीवार से सटी शराब की दुकान वर्षों से है, इससे छात्रों में नशे की प्रवृति बढ़ रही है, इसको हटाया जाए।
-महाविद्यालय के गार्डन में बीते दिवस कुछ छात्र शराब पीते पकड़े गए हैं, इससे माहौल पर विपरीत असर पड़ रहा है। सुरक्षा बढ़ाई जाए।
-महाविद्यालय में सुरक्षित बाउंड्री वॉल नहीं है, जिससे असमाजिक तत्व प्रवेश कर जाते हैं, छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले भी सामने आए हैं, इन पर लगाम लगाई जाए।
-सुरक्षा की दृष्टि से महाविद्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं।
-छात्रों ने समस्याओं को लेकर सडक़ पर जाम की स्थिति बना दी थी, छात्र संगठन के पदधिकारियों से बात करके उनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया गया है।
प्रदीप तोमर, एसडीएम