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जीवाजी यूनिवर्सिटी में छात्रों को मिलेगी सौगात, सेल्फ स्टडी सेंटर में 24 घंटे कर सकेंगे पढ़ाई

locationग्वालियरPublished: Sep 09, 2019 12:16:02 am

जीवाजी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं और शोध कर रहे शोधार्थियों को लगभग एक साल में एक ही छत के नीचे…

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जीवाजी यूनिवर्सिटी में छात्रों को मिलेगी सौगात, सेल्फ स्टडी सेंटर में 24 घंटे कर सकेंगे पढ़ाई

ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं और शोध कर रहे शोधार्थियों को लगभग एक साल में एक ही छत के नीचे बैठकर पढऩे की सुविधा मिल जाएगी। इसके लिए विवि परिसर में 8 करोड़ 91 लाख रुपए की लागत से सात मंजिला सेल्फ स्टडी सेंटर बनाने की शुरुआत हो चुकी है।
इसके बन जाने के बाद छात्रों को देश-विदेश-आंचलिक और विभिन्न भाषाओं साहित्य और विषयों पर आधारित पठन सामग्री मिल सकेगी। खास बात यह है कि यह स्टडी सेंटर 24 घंटे खुला रहेगा और पढऩे वाले किसी भी समय आकर अध्ययन कर सकेंगे।
विवि की इस योजना के अलावा अच्छे तैराक तैयार करने के लिए बन रहे अंतर राष्ट्रीय मानक के स्वीमिंग पूल का काम लगभग पूरा हो चुका है, इसकी शुरुआत के साथ ही विवि के खेल संस्थान में पढ़ रहे छात्रों को तैयारी के लिए सारी सुविधाओं युक्त पूल मिल सकेगा, जहां वे तैराकी प्रतियोगिताओं के लिए अपने समय में सुधार कर सकेंगे।

एक नजर में निर्माण कार्य और लागत

सेल्फ स्टडी सेंटर
कार्य पूर्णता का समय 4 मई 2020 रखा गया है।
काम को पूरा करने के लिए 891 लाख रुपए की लागत तय है।
वर्तमान में संशोधित ड्रॉइंग डिजाइन के साथ बुनियाद का काम जारी है।
कैसा होगा भवन
सेल्फ स्टडी सेंटर का भवन सात मंजिला होगा।
नीचे की तीन मंजिलों में विभागों के कार्यालय होंगे।
ऊपर की तीन मंजिलों में लाइब्रेरी होगी।
एक मंजिल में कैफेटेरिया और सभागार होंगे, जहां कांफ्रेंस आदि हो सकेंगीं।
किसको मिलेगा लाभ
किसी भी तरह की प्रतियोगिता की तैयारी के लिए राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टडी मटेरियल उपलब्ध रहेगा। जो 24 घंटे पढ़ाई की सोचते हैं, लेकिन बैठकर पढऩे के लिए सही जगह उपलब्ध नहीं होती,वे यहां पढ़ सकेंगे। छात्र, शोधकर्ता अपने विषय से संबंधित अलग-अलग लेखकों की किताबों को पढ़ सकेंगे।
स्वीमिंग पूल
टेंडर के अनुसार 15 नवंबर 2018 तक निर्माण पूरा होना था, बाद में पूर्णता के लिए 15 अगस्त 2019 संभावित तिथि रखी गई थी।
444.1 लाख रुपए की लागत आई है।
वर्तमान में यह काम लगभग पूरा हो चुका है और फिनिशिंग का काम जारी है। काम में देर का कारण आवंटन का अभाव बताये गए हैं।
किसको मिलेगा लाभ
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शांतिदेव सिसोदिया ने बताया कि विवि के खेल संस्थान से पढ़ाई कर रहे छात्रों को शारीरिक सौष्ठव बनाए रखने में मदद मिलेगी। प्रादेशिक, राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय स्तर की विश्वविद्यालय स्तरीय और ओपन प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी की जा सकेगी। सामान्य छात्रों को भी तैराकी का ज्ञान मिल सकेगा।
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