scriptपांच वर्षों में इस गर्मी 60 फीसदी तक घट गई शक्कर की मांग | Sugar demand declines by 60 this summer in five years | Patrika News
ग्वालियर

पांच वर्षों में इस गर्मी 60 फीसदी तक घट गई शक्कर की मांग

कोरोना संक्रमण काल के कारण चल रहे लॉकडाउन के कारण गर्मी के मौसम में शक्कर की खपत में काफी कमी आई है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच वर्षों में इस बार एक ओर जहां शक्कर की मांग में 60 फीसदी की गिरावट आई है

ग्वालियरMay 17, 2020 / 06:36 pm

रिज़वान खान

sugar

पांच वर्षों में इस गर्मी 60 फीसदी तक घट गई शक्कर की मांग

ग्वालियर. कोरोना संक्रमण काल के कारण चल रहे लॉकडाउन के कारण गर्मी के मौसम में शक्कर की खपत में काफी कमी आई है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच वर्षों में इस बार एक ओर जहां शक्कर की मांग में 60 फीसदी की गिरावट आई है वहीं दाम भी कम चल रहे हैं। शक्कर कारोबारियों का इस संबंध में कहना है कि गर्मी के दिनों में आमतौर पर हमेशा शक्कर की खपत बढ़ती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते मिठाई, शादी-विवाह, होटल-रेस्टोरेंट आदि बंद होने के कारण शक्कर की पूछ-परख ही खत्म हो गई है। इन दिनों सिर्फ घरों में ही शक्कर की मांग है, यही कारण है कि शक्कर का ये पांच वर्षों का न्यूनतम स्तर है। दाल बाजार में अच्छी क्वालिटी की शक्कर के थोक भाव में 35 रुपए किलो है वहीं खेरिज में यही भाव 38 रुपए किलो हैं।

फैक्ट फाइल
– आम दिनों में शक्कर की 2000 से 2200 क्विंटल की हर रोज खपत होती है, जो गर्मियों में बढ़कर 2500 से 2800 क्विंटल तक जा पहुंचती है।
– कोरोना काल के चलते लॉकडाउन में शक्कर की 1000 से 1200 क्विंटल हर रोज की खपत रह गई है।
– शहर में शक्कर उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र से आती है।
शक्कर के पांच वर्षों के दाम
2016 – 3800-3900
2017 – 3700-3800
2018 – 3500-3600
2019 – 3800-3900
लॉकडाउन के बाद शक्कर-2020- 3400-3500
(नोट – शक्कर के सभी दाम दाल बाजार से रुपए क्विंटल में)


40 फीसदी ही रह गई बिक्री
लॉकडाउन की वजह से मिठाई, शादी-विवाह आदि नहीं होने के कारण पांच वर्षों में इस साल शक्कर के दाम सबसे कम हैं। इसके साथ ही बिक्री भी केवल 40 फीसदी ही रह गई है, जबकि पहले हमेशा गर्मी के दिनों में शक्कर की मांग बढ़ जाती थी।
मनीष बांदिल, सचिव, शक्कर एवं खांडसारी एसोसिएशन

गर्मियों में रहता था उठाव
शक्कर की मांग इस साल एकदम घट सी गई है, नहीं तो गर्मियों में शक्कर की खासी डिमांड रहती थी। इसी के चलते दामों में भी उठाव बना रहता था, पर लॉकडाउन में 38 रुपए किलो में बढिय़ा क्वालिटी की शक्कर बिक रही है।
दिलीप खंडेलवाल, अध्यक्ष, खेरिज किराना व्यवसायी संघ
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