मेला प्राधिकरण के पास समर नाइट मेले के लिए इस बार बजट कम है। इस कारण से वह हर दिन कल्चरल प्रोग्राम नहीं करा पा रहा है। हालांकि शहर की संस्थाएं इस बात पर भी राजी हैं कि उन्हें प्रोग्राम के लिए किसी भी प्रकार का पैसा न दिया जाए, केवल स्टेज, साउंड सिस्टम और लाइट की व्यवस्था करा दी जाए। फिर भी मेला प्रबंधन बच रहा है। उसका मानना है कि एक प्रोग्राम के लाइट और साउंड में 15 से 20 हजार रुपए का खर्च आता है, जो मेला प्रबंधन वहन करने की स्थिति में नहीं है।
मेला प्रबंधन के अनुसार इस बार 350-400 स्टॉल लगेंगे, जो लास्ट ईयर से लगभग 100 स्टॉल अधिक हैं। इसलिए इस बार मेले में जगह का दायरा भी बढ़ाना पड़ेगा। इस बार यह मेला 5 नंबर छत्री तक लगेगा, जबकि लास्ट ईयर 3 नंबर छत्री तक मेला लगता था।
खास होगा गेम जोन
गेम जोन में हर तरह के झूलों को शामिल किया गया है, जो सभी एज ग्रुप के लिए होंगे। इनके रेट 20 से 30 रुपए के बीच रहेंगे। बच्चों के लिए मिक्की माउस, वाटर बोट, स्कूटर राइड, जंपिंग जपाक आदि झूले खास रहेंगे।
देर रात तक रहेंगे ओपन
डिफरेंट आयटम्स के साथ ही खाने-पीने के स्टॉल भी खास होंगे, जो देर रात तक ओपन रहेंगे। जिससे लोग देर रात तक अपनी फैमिली के साथ यहां रुककर एंजॉय कर सकेंगे। यहां साउथ इंडियन, चाईनीज फूड को शामिल किया जाएगा, जिनकी संख्या 30 से अधिक होगी।
इस बार बजट की कमी
&समर नाइट मेले की शुरुआत 15 मई से होने जा रही है। यह मेला देर रात तक चलेगा। इस बार कल्चरल प्रोग्राम के लिए बजट कम है। इसलिए ये वीकेंड पर ही हो सकेंगे। झूले और स्टॉल लगने की शुरुआत 5 मई से हो जाएगी।
पीसी वर्मा, मेला सचिव