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शहर के प्रवेश द्वार पर लगेगी संगीत सम्राट तानसेन की प्रतिमा गूंजेंगे राग दीप मल्हार,हरिकथा के साथ शुरू होगा महोत्सव

locationग्वालियरPublished: Dec 13, 2017 11:39:29 am

Submitted by:

shyamendra parihar

मल्लगढ़ा चौराहे से शहर में प्रवेश करने पर लोगों को यह एहसास होगा कि वे संगीत सम्राट तानसेन की नगरी में प्रवेश कर रहे हैं।

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ग्वालियर। मल्लगढ़ा चौराहे से शहर में प्रवेश करने पर लोगों को यह एहसास होगा कि वे संगीत सम्राट तानसेन की नगरी में प्रवेश कर रहे हैं। प्रवेश द्वार पर तानसेन की आठ-आठ फीट की दो प्रतिमाएं गायन करती हुई दिखेंगी। इन प्रतिमाओं के साथ ही एक वट वृक्ष भी होगा। जहां तानसेन की प्रतिमा से राग दीप सुनाई देगा वहां वटवृक्ष पर दीप जलते हुए दिखेंगे वहीं दूसरी प्रतिमा से राग मल्हार सुनाई देगा।

 

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चौराहा पर यह दृश्य लोगों को छह माह बाद दिखेगा। मंगलवार को प्रदेश उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने चौराहे पर अनौपचारिक कार्य की शुरुआत श्रीफल फोड़कर की। पवैया ने बताया संगीत सम्राट तानसेन की थीम पर मल्लगढ़ा चौराहे को भव्य व आकर्षक रूप दिया जाएगा। इस पर एक करोड़ ९५ लाख खर्च होंगे। पवैया के साथ स्थानीय आयोजन समिति के अध्यक्ष संभागआयुक्त बीएम शर्मा, निगम आयुक्त विनोद शर्मा, एसपी डॉ आशीष तथा प्रभारी कलेक्टर नीरज कुमार सिंह उपस्थित थे।

 

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तानसेन की थीम पर बनेगा प्रवेश द्वार
मल्लगढ़ा चौराहे से चार शहर का नाका रोड पर तानसेन की थीम पर भव्य प्रवेश द्वार भी बनाया जायेगा। पवैया ने कहा कि कि तानसेन की स्मृति को चिर स्थाई बनाने और शहर की दहलीज को बाहर से आने वाले सैलानियों को आकर्षण का केन्द्र बनाने के लिए किए जा रहे सौंदर्यीकरण का पांच माह की अवधि में पूर्ण कर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर व महापौर विवेक नारायण शेजवलकर के साथ इसका लोकार्पण करेंगे।

हजीरा चौराहा और गूजरी महल जगमगाएगा
पवैया ने तानसेन के समाधि स्थल पर आयोजित होने वाले तानसेन समारोह स्थल का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रतिष्ठित महोत्सव की प्रतिष्ठा के अनुरूप इसकी तैयारियां की जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि समाधि स्थल पर आकर्षक विद्युत सजावट की जाए, इसके साथ ही हजीरा चौराहा से किलागेट तक तथा गूजरी महल पर भी विद्युत सजावट की जाए।

 

हरिकथा से शुरुआत
तानसेन समाधि स्थल पर 22 दिसंबर को प्रात: हरिकथा व अन्य कार्यक्रमों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी। शाम को तानसेन अलंकरण समारोह होगा। इस बार समारोह में कुल नौ संगीत सभाएं होंगी। जिनमें से सात सभाएे तानसेन के समाधि स्थल पर होंगी।


भजन सोपोरी आएंगे
गूजरी महल में २६ दिसंबर को आयोजित होने वाली संगीत सभा में देश के सुविख्यात संतूर वादक भजन सोपोरी की स्वर लहरियां गूजेंगी। इसके अलावा देश के प्रख्यात संगीत कलाकार इस समारोह में अपनी प्रस्तुति देंगे। इस बार यह सभा गुजरी महल के पास ही बने पार्क में होगी। इस पार्क में बैठक व्यवस्था कुर्सियों पर रहेगी। २२ से २६ दिसंबर तक आयोजित समारोह की पूर्व संध्या पर २१ दिसंबर को हजीरा चौराहे पर होने वाले गमक कार्यक्रम से पूर्व किलागेट से आदिवासी लोक कलाकारों के दो दल नृत्य करते हुए हजीरा पहुंचेंगे। यहां भजन गायक अनूप जलोटा अपनी प्रस्तुति देंगे।

घोषित नहीं हो सका कार्यक्रम
तानसेन समारोह के लिए अभी तक किस दिन किस कलाकार की प्रस्तुति होगी यह तय नहीं हो सका है। कुछ कलाकारों की स्वीकृति नहीं मिल पाने से इसमें विलंब हो रहा है।

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