गुरुवार शाम को तानसेन रोड पर बाइक पर जा रहे कोचिंग संचालक अखिलेश सिंह उर्फ शैलू भदौरिया (43) को ट्रक (एमपी 06 एचसी 0680) ने टक्कर मार दी। सिर और पसली में अंदरुनी गहरी चोट आने से उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया सिंह निवासी प्रगति विहार कॉलोनी निवासी अखिलेश पाताली हनुमान के पास कॉमर्स विषय की कोचिंग चलाते थे। शाम को कोचिंग आने के लिए घर से निकले थे। दुर्घटना के समय तानसेन रोड पर काफी भीड़ थी, लोगों ने ट्रक को घेरकर चालक को पकड़ लिया। अखिलेश को उठाकर बसंत विहार में निजी अस्पताल ले गए, वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर उनकी कोचिंग में पढऩे वाले छात्र आक्रोशित हो गए और 100 से ज्यादा छात्रों और आसपास के लोगों ने पाताली हनुमान पर चक्काजाम कर दिया।
छात्रों ने कहा-नो एंट्री में कैसे घुसा ट्रक
छात्रों ने सडक़ किनारे खड़े वाहनों को पटक दिया और रास्ते से निकल रहे लोडिंग वाहनों में तोड़ फोड़ की कोशिश की। जानकारी मिलने पर हजीरा, ग्वालियर और पड़ाव थाने का फोर्स पहुंच गया। भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश की तो छात्रों ने सडक़ पर बैठकर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि ट्रक चालक को उनके हवाले किया जाए। दिन में बड़े वाहनों की शहर में नो एंट्री रहती है, फिर ट्रक अंदर कैसे आ गया। इससे पहले भी बड़े वाहन इस रास्ते पर चार लोगों की जान ले चुके हैं। पुलिस लिखित में दे कि बड़े वाहनों को दिन में यहां नहीं आने दिया जाएगा। करीब डेढ़ घंटे तक छात्र और आसपास के लोग रास्ता बंद कर बैठे रहे। पुलिस ने उन्हें बताया कि ट्रक एफसीआइ के गोदाम में सामान लेकर आया था, उसके पास शहर में आने की परमिशन थी, लेकिन लोग बात सुनने को तैयार नहीं थे।
हेलमेट पहने होते तो बच जाती जान
कोचिंग संचालक अखिलेश सिंह भदौरिया की मौत से उनके परिजन और छात्र व्यथित हैं। आइजी राजाबाबू सिंह का कहना है कि जिस ट्रक ने अखिलेश सिंह को टक्कर मारी है उसके चालक को पकड़ा गया है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आशंका है कि सिर में चोट उनकी मौत का कारण रही है। अगर वे हेमलेट पहने होते तो शायद उनकी जान बच जाती।
बाजार बंद कराने की कोशिश की
शिक्षक की मौत से खफा कोचिंग छात्र उत्पात पर उतारू थे, पुलिस ने एक बैच को उठाया तो दूसरा रास्ता रोककर बैठ गया। कुछ उत्पातियों ने इस दौरान वाहनों की तोडफोड़ और बाजार बंद कराने की कोशिश भी की। इससे स्थिति तनाव पूर्ण हो गई उसे कंट्रोल करने के लिए रिजर्व फोर्स को भी मौके पर बुला लिया। भीड़ काबू नहीं आई तो पुलिस ने डंडे घुमाकर उन्हें खदेड़ा। छात्र उत्पात नहीं करें उन्हें हादसे से दुखी अखिलेश के परिजनों ने भी मौके पर आकर उन्हें समझाया।
शिक्षक के शव को परीक्षण के लिए भेजा है, पोस्टमार्टम सुबह होगा। ट्रक को चालक सहित पकड़ लिया है। सडक़ पर उत्पात मचाने में तीन युवकों को हिरासत में लिया है।
आलोक सिंह भदौरिया, टीआइ हजीरा